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कैंसर जागरूकता शिविर – अमृत महोत्सव – उसलपुर ( छत्तीसगढ़ी )

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ओम शांति सरोवर उसलापुर में 75वीं आजादी के अमृत महोत्सव पर कैंसर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसका विषय था “देखभाल… अंतराल को… बंद करें….”
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय डॉक्टर बृजेश पटेल (मास्टर ऑफ सर्जन), माननीय डॉक्टर सीमा जयसवाल (होम्योपैथिक डॉक्टर), माननीय डॉ रश्मि बुधिया (गायनेकोलॉजिस्ट), माननीय रेखा अहूजा जी (सोशल वर्कर) एवं सेवा केंद्र संचालिका आदरणीय बीके छाया दीदी द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया।
माननीय डॉक्टर बृजेश पटेल जी (मास्टर ऑफ सर्जन) ने बताया कि कैंसर के शुरुआती दौर में उसका पता नहीं चलता क्योंकि उसमें लक्षण नहीं होता यही इसकी सबसे बड़ी समस्या है कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और बच्चेदानी के मुंह मे कैंसर सबसे कॉमन है पुरुषों में अलग होता है लंग्स कैंसर, प्रॉस्टेट कैंसर लेकिन सभी कैंसर के बढ़ने का एक ही तरीका होता है शरीर के कुछ सेल्स एक ही जगह पर बढ़ने लगते हैं जिसे हम कैंसर कहते हैं। इसका और कोई कारण नहीं है लेकिन यदि शुरुआती दौर में पता चल जाए किसी भी तरह से तो कैंसर से बचा जा सकता है|

डॉ रश्मि बुधिया (गायनेकोलॉजिस्ट) ने कहा कि मैं पिछले 20 वर्षों से ब्रम्हाकुमारीज़ से जुड़ी हुई हूं और मेडिटेशन से मैं शांति का अनुभव करती हूं और सर्जरी आदि के समय भी मैंने बहुत अच्छे अनुभव किए हैं। उन्होंने कैंसर के बारे में बताते हुए कहा कि महिलाओं मे मुख्य रूप से चार प्रकार के कैंसर होते हैं। उन्होंने कहा कि कैंसर सेल्स हमारे शरीर में रोज बनती है और मरती है। लेकिन हमारी इम्यूनिटी पावर जितनी अधिक होगी हम बीमारियों से उतना ही अधिक लड़ सकेंगे उन्होंने कैंसर के बचाव के लिए बताया कि वजन कंट्रोल करें, नियमित भोजन करें, जिन चीजों में कार्बोहाइड्रेट, सुक्रोज, माल्टोज, फ्रुक्टोज, lactose की मात्रा अधिक होती है एवं शक्कर मैदे का कम सेवन करना चाहिए। साल में एक बार अपना इलाज डाक्टर से जरूर करायें । उन्होंने कहा कि शारीरिक कैंसर का इलाज डॉक्टर के पास है लेकिन मानसिक कैंसर का इलाज ब्रह्माकुमारीज के पास है।

डॉक्टर सीमा जयसवाल ने बताया कि भारत मे दूसरे नंबर में सबसे ज्यादा मौत कैंसर से होती है।मनुष्य यह जानते हुए कि तम्बाकू शराब आदि का सेवन करने से कैंसर होता है फिर भी सेवन क्यों करते हैं क्योंकि आज मनुष्य तनाव मे है और अपने तनाव को दूर करने उसका सेवन करते है आज मनुष्य मानसिक रूप से strong नही है मानसिक मजबूती के लिए ब्रह्मा कुमारी मे राजयोग मेडिटेशन कराया जाता है मेडिटेशन स्वस्थ रहने का बहुत अच्छा साधन है।
सेवा केंद्र संचालिका बीके छाया दीदी ने बताया कि बीमारी का बीज हमारे मन का संकल्प है हमारा संकल्प जिस चीज से डरता है वही होता है। विचार ही बीमारियों का बीज है। यदि हम व्यर्थ, नकारात्मक विचार अधिक करते हैं तो यह बीमारियों की जड़ है और जितना हम सकारात्मक विचार करेंगे उतना अधिक हम स्वस्थ रहेंगे। नेगेटिव विचार से हमें भी नुकसान होता है और दूसरों को भी नुकसान होता है इसलिए हमें सकारात्मक विचार ही करने हैं व्यर्थ एवं नेगेटिव विचारों को 3 तरह से रोका जा सकता है 1. Full stop करके 2. मोड़ कर 3. Change करके। अब कैंसर को कैंसिल करना है जैसे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक डाइट करते हैं वैसे मन को स्वस्थ करने के लिए विचारों की डाइट करना है इससे मनोबल इतना पावरफुल हो जाएगा कि हम किसी भी बीमारी से खुशी खुशी लड़ सकते हैं ।

बीके रूबी बहन ने अपने अनुभव शेयर करते हुए बताया कि उनको मई में कैंसर हुआ था लेकिन वह पॉजिटिव थिंकिंग एवं निरंतर राज योग के अभ्यास द्वारा अब स्वस्थ हैं उन्होंने बताया कि राजयोग के अभ्यास द्वारा बहुत लाभ हुआ।
भ्राता मनोज आहूजा जी ने कहां की तन का रोग और मन का रोग यह दोनों एक दूसरे के पूरक हैं यदि मन स्वस्थ होगा तो तन भी स्वस्थ होगा मन को स्वस्थ रखने के लिए मेडिटेशन करें, ओम का उच्चारण करें, संतुलित आहार करें।
कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन डॉक्टर प्रमिला डेंटिस्ट द्वारा किया गया, अतिथियों का तिलक व पुष्प गुच्छ द्वारा स्वागत बीके खुशी बहन बीके सरिता बहन द्वारा किया गया, संस्था परिचय बीके गरिमा बहन द्वारा दिया गया।

Venue: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ओम शांति सरोवर उसलापुर

Beneficieries: 60

Guests: बृजेश पटेल ( मास्टर ऑफ सर्जन ) , बीके छाया दीदी ( सेवा केंद्र संचालिका ) , माननीय डॉ रश्मि बुधिया ( गायनेकोलॉजिस्ट ) , माननीय डॉक्टर सीमा जयसवाल ( होम्योपैथिक डॉक्टर ) , माननीय रेखा अहूजा जी ( सोशल वर्कर )