नकारात्मक रूप से नियंत्रण करना बंद करके, सकारात्मक रूप से प्रभावित करना शुरू करें

December 22, 2023

नकारात्मक रूप से नियंत्रण करना बंद करके, सकारात्मक रूप से प्रभावित करना शुरू करें

हम अपने संबंधों में किसी को भी ‘प्रभावित करने की असाधारण शक्ति’ रखते हैं, पर जब हम दूसरों को नियंत्रण करने की कोशिश करते हैं, बल का प्रयोग करते हैं तो यह शक्ति व्यावहारिक रूप से गायब हो जाती है।

यूँ तो किसी को भी प्रभावित करने के कई सकारात्मक तरीके हो सकते हैं, जैसे- 

  • उत्साहवर्धक शब्दों का प्रयोग, 
  • शेयरिंग करना,
  • उनकी बातों को सुनना,
  • सही तरह से कम्यूनिकेट करना आदि।

लेकिन, इसके विपरित नकारात्मक तरह से नियंत्रण; तनाव, चिड़चिड़ापन और क्रोध पैदा करता है जबकि, दूसरी तरफ सकारात्मक प्रभाव के द्वारा, हम से दूसरों को डराने वाली नहीं बल्कि सद्‌भाव से भरी, सहज ऊर्जा रेडिएट होती है। हम एक दूसरे को उनकी विशेषताओं के लिए सम्मान देते हैं और जो जैसा है उसे उसी रूप में स्वीकार करते हैं। इस तरह के सकारात्मक प्रभाव के लिए जरूरी है कि- हम जो भी सोचे, बोलें और करें उसके लिए हमारे अंदर परखने और निर्णय लेने की शक्ति हो। उदाहरण के लिए – जब हम ये सोचते हैं कि दूसरा व्यक्ति समस्या का कारण है, जबकि होता ये है कि- समस्या यह नहीं है कि दूसरे क्या बोलते हैं, क्या करते हैं, बल्कि समस्या यह होती है कि; हम उन्हें कैसे समझते हैं। सच्चाई तो ये है कि- हम किसी भी परिस्थिति को जिस तरह से परखते हैं और निर्णय लेते हैं, उससे ही उनके प्रति नकारात्मक भावनाएं जन्म लेती हैं। ऐसे समय में हमारे पास यह च्वाइस होती है कि हम उन्हें कैसे परसीव करते हैं – एक डर के रूप में, एक समस्या, या फिर एक ऑपर्चुनिटी के रूप में; जिसमें हम उनसे कुछ सीखने की, आत्म परिवर्तन करने की, नए संवाद स्थापित करने की और नई समझ धारण करने की। ऐसी परिस्थिति में हमें उनके प्रति करुणा रखनी चाहिए; किसी दूसरे को समस्या समझना हमारे खुद के अंदर करुणा की कमी को दर्शाता है।

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