
सराहे जाने और आलोचना किए जाने पर स्टेबल रहें
आत्मिक स्थिरता सिखाती है कि न तारीफ में खोएं, न आलोचना से दुखी हों। जानें अध्यात्मिक दृष्टिकोण से स्थिर और शांत रहने के उपाय।
February 27, 2024
परमात्मा ज्ञान के सागर, सर्वोच्च, ज्ञानी और शक्तिशाली आत्मा हैं। क्योंकि उनका अपना कोई शरीर नहीं होता और वो जन्म-मरण के चक्र में नहीं आते हैं, इसलिए वे इस सृष्टि चक्र को बहुत अच्छे से जानते हैं। इस धरा पर ज्ञान देने के लिए परमात्मा कलयुग यानि आयरन ऐज के अंत में आते हैं और इस ज्ञान से वो संसार की सभी आत्माओं को पवित्र बनाते हैं और सतयुग या गोल्डन ऐज की स्थापना करते हैं। आइए, नीचे शेयर की गई 5 टिप्स के द्वारा समझें कि, प्रतिदिन परमात्म ज्ञान को कैसे पढ़ें:
आत्मिक स्थिरता सिखाती है कि न तारीफ में खोएं, न आलोचना से दुखी हों। जानें अध्यात्मिक दृष्टिकोण से स्थिर और शांत रहने के उपाय।
सच्चा प्रेम तब आता है जब हम स्वयं से और परमात्मा से जुड़े होते हैं। निस्वार्थ प्रेम हमारे मन को शांति और आत्मिक शक्ति देता है।
‘मैं करूँगा’ कहें, ‘मैं कोशिश करूँगा’ नहीं। सोच और शब्दों की पॉजिटिव एनर्जी सफलता को आकर्षित करती है। आज से अपने शब्द बदलें।
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
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