
अपने शरीर का सम्मान करने की कला
हमारा शरीर; जो हम सभी के लिए हमारी शारीरिक पोशाक है, अक्सर हमारे स्वयं या दूसरों के द्वारा परखा जाता है, कभी कभी आलोचना या
September 14, 2023
क्या आप जानते हैं कि, इस दुनिया की कठिन परिस्थितियों और लोगों के बीच रहते हुए भी एक शाक्तिशाली और नियंत्रित मन जिसमें एक भी विचार अनिश्चितता और निराशा वाला न हो, को हासिल किया जा सकता है, बस हमें अपने विचारों पर ध्यान देने की ज़रूरत है जोकि हमारे व्यक्तित्व और कर्मों की नींव हैं। हम आत्माओं के ओरिजनल गुण; सुख, शांति, आनंद, प्रेम, पवित्रता, शक्ति और ज्ञान हैं, जिनसे आत्मा परिपूर्ण है। लेकिन जैसे-जैसे आत्माएँ कई जन्मों के चक्र में आती हैं तो इन गुणों की एनर्जी डिस्चार्ज होती जाती है और फलस्वरूप इन गुणों में कमी के चलते हमारे सकारात्मक व्यक्तित्व की क्वॉलिटी कम हो गई है। और इनके बजाय हम क्रोध, अहंकार, लालच, वासना, भय, मोह, ईर्ष्या, असुरक्षा, आत्मसम्मान की कमी, प्रतिशोध और नफरत जैसी नकारात्मक कमजोरियों से भर गए हैं। इस सबसे आत्मिक बल और भी कम हो गया है और नकारात्मक परिस्थितियां हमें बहुत आसानी से और बिना रुके प्रभावित करती रहती हैं।
आइए, हर परिस्थिति में अपनी निरंतर सकारात्मकता का अनुभव करने के लिए कुछ तरीकों पर प्रकाश डालें और सकारात्मक जीवनशैली के लिए प्रतिदिन 10 कदम उठाएं:
(कल भी जारी रहेगा…)
हमारा शरीर; जो हम सभी के लिए हमारी शारीरिक पोशाक है, अक्सर हमारे स्वयं या दूसरों के द्वारा परखा जाता है, कभी कभी आलोचना या
क्या मैं स्वयं से संतुष्ट हूँ – जीवन में आगे बढ़ने के लिए स्वयं से, अपने संस्कारों से, अपने विचारों, शब्दों और कार्यों से तथा
वर्ल्ड ड्रामा एक ऐसा नाटक है जिसे सभी आत्माएं पृथ्वी ग्रह पर अवतरित होकर खेलती हैं और जिसके चार चरण वा युग होते हैं –
Start your day with a breeze of positivity and stay motivated with these daily affirmations
After Clicking on Join, You will be redirected to Whatsapp Community to receive daily message. Your identitiy will be secured and no group member will know about another group member who have joined.