रिश्तों में कटाक्ष (ताने) देने की आदत से बचें
जब हम भावनात्मक रूप से आहत या दुखी होते हैं, तो हम अक्सर दूसरों को ताने वा कटाक्ष मारते हैं ताकि हम खुद को बेहतर
December 16, 2023
ऐसा क्यों है कि हम सभी अपने जीवन में अनकंडीशनल प्यार देना चाहते हैं, परंतु हम यह भी अनुभव करते हैं कि, जब वो भी व्यक्ति हम पर क्रोधित होता है या हमसे नफरत करता है तब उन पलों में उनसे प्यार से रेस्पान्ड करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए ऐसे समय पर जरूरी है कि, हम ऐसे विचार क्रिएट करें जो हमारे अंदर की नेगेटिव फीलिंग्स को समाप्त करके उनके प्रति प्यार को कम न होने दें। इसके साथ, उस समय आध्यात्मिक प्रेम के वाइब्रेशन्स के साथ हम अपने अंदर कहीं यह जवाब पाने की कोशिश करें, जहाँ प्रेम ही अपने आप में एक रिएलिटी बन जाए और हम यह महसूस कर सकें कि, हम अन्य सभी आत्माओं से अनकंडीशनली प्यार कर पा रहे हैं। पर इसके लिए सबसे पहले हमें स्वयं से अनकंडीशनली प्यार करना होगा। दूसरों को अनकंडीशनल प्यार करने के लिए पहले जरूरी है कि हम खुद को भी वैसे ही प्यार करें। ऐसा प्यार हम सभी में मौजूद होता है पर इसे स्वयं में महसूस करने के लिए व दूसरों को देने के लिए हमें आंतरिक आध्यात्मिक जागरूकता की जरूरत है। लेकिन इसे खुद क्रियेट नहीं किया जा सकता बल्कि ये हमें परमात्मा द्वारा उनकी ब्लेसिंग के रूप में प्राप्त होता है। जब हम मेडिटेशन के माध्यम से परमात्मा से कनेक्ट होते हैं और धीरे धीरे आत्म इस अनकंडीशनल प्यार को अनुभव करती है तब ही वह ऐसा प्यार अन्य आत्माओं को दे सकती है। इससे हम अपने अतीत के उन कड़वे अनुभवों को जो जीवन में कुछ लोगों के साथ होते हैं, उनसे स्वयं को हील कर पाते हैं। क्योंकि ये अनुभव ही हमारे दर्द का मुख्य कारण हैं।
पर यहाँ ये ध्यान रखना आवश्यक है कि, आत्मा को आध्यात्मिक रूप से सशक्त होना होगा। और ऐसा या तो परमात्मा के साथ हमारी आध्यात्मिक यात्रा से संभव होता है या जब हमारे जैसी अन्य आत्माएँ जो परमात्मा से कनेक्टेड हैं और प्यार बाँटती हैं उनके संपर्क में आने से होता है और इससे हम स्वयं व दूसरों का नेगेटिविटी से बचाव बहुत ही आसानी से व तीव्रगति से कर पाते हैं। यदि हम दूसरों से प्यार चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें उन्हें प्यार देना होगा। प्यार एक ऐसी भावना है जिसे हम अपनी अवेयरनेस में सिर्फ खुद के फ़ायदे के लिए नहीं रख सकते हैं। ऐसा करना माना; प्यार के एसेंस के विपरीत जाना होगा। हमें याद रखना चाहिए कि, जब हम अनकंडीशनल प्यार देते हैं, तो ये हमारी आंतरिक शक्ति को बढ़ाता है और इससे हमें जीवन में उड़ान भरने के लिए पंख मिलते हैं और हम स्वयं में अच्छा महसूस करने लगते हैं। साथ ही, ये हमारे मन को आध्यात्मिक पूर्णता और संतुष्टता देता है, जिससे हम अपने जीवन की परेशानियों और निगेटिव परिस्थितियों को बड़ी सहजता से पार कर लेते हैं। प्रतिदिन मेडिटेशन के अभ्यास द्वारा परमात्मा से प्राप्त “सुंदर और दिव्य गुणों” को अपने अंदर भरने से; हमारे दिल पर परमात्म प्यार की बरसात उन कोमल बूंदों की तरह पड़ती है, जो सारी सृष्टि पर समान रूप से बरसती है और पृथ्वी के हर एक हिस्से को पोषित करती है।
जब हम भावनात्मक रूप से आहत या दुखी होते हैं, तो हम अक्सर दूसरों को ताने वा कटाक्ष मारते हैं ताकि हम खुद को बेहतर
नवरात्रि (3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर) की रस्में हमारी दिव्यता को जगाने के बारे में बहुत कुछ कहती हैं। आइए, नवरात्रि के आध्यात्मिक अर्थ को
हर स्तर पर खुशी का अनुभव तब किया जा सकता है जब हमारा जीवन सुंदर रिश्तों के खजाने से भरपूर हो। आपके सबसे नजदीकी व्यक्ति
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।