
नेगेटिव एनर्जी के आदान प्रदान के चक्र को कैसे तोड़ें (भाग 4)
किन्हीं दो लोगों के बीच नेगेटिव एनर्जी के आदान-प्रदान का एक मूल कारण पर्सनालिटी या स्वभाव का टकराव है। यह उन दो लोगों के बीच
October 1, 2023
वर्ल्ड ड्रामा एक ऐसा नाटक है जिसे सभी आत्माएं पृथ्वी ग्रह पर अवतरित होकर खेलती हैं और जिसके चार चरण वा युग होते हैं – सतयुग या स्वर्ण युग, त्रेतायुग या रजत युग, द्वापर युग या ताम्र युग और कलियुग या लौह युग। आत्मायें अनादि हैं इसलिए यह ड्रामा भी अनादि है, बार-बार रिपीट होता रहता है और आत्माएं अनेक जन्मों के चक्र में आकर अलग-अलग भूमिकाएं निभाती रहती हैं। इसके अलावा, इस नाटक में सबसे सुंदर रोल परमपिता परमात्मा द्वारा कलियुग के अंत में निभाया जाता है। एक वह ही है जो कलियुग को सतयुग में बदल देता है और सभी आत्माओं/ प्रकृति को फिर से “सकारात्मक और शुद्ध आध्यात्मिक ऊर्जा” से भर देता है, और ये नाटक एक बार फिर से नए सिरे से शुरू होता है। तो आएं देखें कि, नाटक में इस समय हम कहाँ पर हैं? हम सभी उस समय पर आ पहुंचे हैं, जब परमात्मा इस नाटक में अपनी भूमिका निभा रहे हैं यानि कि सतयुग की स्थापना के निर्माण का कार्य कर रहे हैं। चार युगों के नाटक के ये अंतिम क्षण हैं। तो आइए जानें कि, इस समय हमें क्या करना चाहिए?
किन्हीं दो लोगों के बीच नेगेटिव एनर्जी के आदान-प्रदान का एक मूल कारण पर्सनालिटी या स्वभाव का टकराव है। यह उन दो लोगों के बीच
किसी भी व्यक्ति के साथ “नेगेटिव एनर्जी के आदान-प्रदान के चक्र” को तोड़ने में एक सरल और पॉजिटिव दृष्टिकोण; एक गहन आंतरिक अहसास है कि
किसी भी व्यक्ति के साथ नेगेटिव एनर्जी के आदान-प्रदान के चक्र को तोड़ने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है; सेल्फ ट्रांसफॉर्मेशन (आत्म-परिवर्तन)। सेल्फ ट्रांसफॉर्मेशन का सबसे
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