
आध्यात्मिकता द्वारा अपने मन और तन को संवारे (भाग 1)
शरीर स्वस्थ हो, तो आत्मा प्रसन्न रहती है… आत्मा और शरीर का संतुलन बनाए रखें सकारात्मक संकल्पों के ज़रिए
May 9, 2024
हममें से ज्यादातर लोग प्यार, सम्मान और स्वीकृति पाने के लिए रिश्ते बनाते हैं, बिना यह सोचे समझे कि, हमारी भूमिका पाने के साथ-साथ देने की भी है। और जब हमारी उम्मीदें पूरी नहीं होतीं, तो हम लोगों को बदलने की कोशिश करते हैं, जिसका मतलब है कि, हम उन्हें वैसे स्वीकार नहीं करते, जैसे वो हैं। इस प्रकार हम उन्हें नेगेटिव एनर्जी भेजते हैं, जिससे वे हमसे दूर होते जाते हैं। हम अपने प्रियजनों के साथ बहुत सारे प्रॉमिसेस करते हैं, लेकिन आजकल लोग जिस तरह से एक-दूसरे से दूर होते जा रहे हैं, वो चिंताजनक है। इन सबके बीच एक अच्छी खबर यह है कि, दो लोगों में से कोई एक, दूसरे को हील करने और अपने इस बॉन्ड को फिर से हार्मोनियस बनाने की जिम्मेदारी ले सकता है। आइए इससे जुड़ी कुछ बातों को जानें:
शरीर स्वस्थ हो, तो आत्मा प्रसन्न रहती है… आत्मा और शरीर का संतुलन बनाए रखें सकारात्मक संकल्पों के ज़रिए
रिश्तों में असर डालना है? तो नियंत्रण नहीं, सकारात्मक ऊर्जा और करुणा को अपनाएं।
हर ज़रूरी काम से पहले एक मिनट मौन अपनाएं और अपने मन को सफलता की ऊर्जा से भरें।
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।