मन को कंट्रोल करना (भाग 2)
हम सभी अपना जीवन बहुत सारे लक्ष्यों और उद्देश्यों के साथ जीते हैं और कभी-कभी जीवन के ये उद्देश्य हमारे मन और उसके विचारों पर हावी हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम अपने मन को सोचने के लिए कुछ पॉजिटिव थॉट दें और
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्म सशक्तिकरण ।
हम सभी अपना जीवन बहुत सारे लक्ष्यों और उद्देश्यों के साथ जीते हैं और कभी-कभी जीवन के ये उद्देश्य हमारे मन और उसके विचारों पर हावी हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम अपने मन को सोचने के लिए कुछ पॉजिटिव थॉट दें और
हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण पार्ट है; अपने विचारों और भावनाओं को जैसे हम चलाना चाहते हैं वैसे चलाना। अधिकतर, हमारा मन बिखरे हुए विचारों से भरा हुआ होता है जिन्हें हम कम करना चाहते हैं ताकि हम अपने कार्य एकाग्रचित्त
परमात्मा हमारे आध्यात्मिक माता-पिता हैं और वे इस ब्रह्मांड की सर्वोच्च आध्यात्मिक ऊर्जा हैं। कई सदियों से, विश्व के लाखों लोग परमात्मा से प्यार करते आ रहे हैं और उन्हें सम्मान देते आ रहे हैं। फिर भी, कुछ लोगों का कहना है कि- परमात्मा
हम लोगों द्वारा एक्सेप्टेंस और समाज द्वारा सम्मान पाने के लिए पूरा-पूरा प्रयास करते हैं जिसके लिए फिट होना हमारी प्राथमिकता बन जाता है। इसी के चलते ये हमारी जरूरत बन जाती है कि, जो सभी कर रहे हैं वो हम भी करें। पियर प्रेशर
किसी भी परिस्थिति से, खुद को बाहर निकालने की हमारी क्षमता को हम कछुए के व्यवहार से कोरिलेट कर सकते हैं। जब भी कोई बाहरी खतरे का आभास होता है तो कछुआ खुद को तुरंत अपने सख्त शेल या कवच में समेट लेता है। ऐसे
हम सभी अपनी वैल्यूज के साथ बड़े हुए हैं और हमें ये सिखाया गया है कि अपने आस-पास के लोगों के प्रति हम दयालु रहें। लेकिन अक्सर हमारे व्यवहार में दूसरों को देखकर डिपेंडेंसी आ जाती है- कि जब लोग हमसे अच्छा व्यवहार करते हैं,
1.मैं आत्मा; अनेकों गुणों और प्राप्तियों से संपन्न हूँ- मैं खुद की विशेषताओं के कारण बहुत खास और अनोखी हूँ, ये शक्तिशाली चेतना मेरी भावनाओं और खुद के प्रति मेरे नजरिए को बहुत ऊपर उठाती है। हम स्वयं की दूसरों के साथ तुलना करने से
कभी-कभी अपने संबंधों में हमसे कुछ गलतियां हो जाती हैं। ध्यान रखने की बजाय हम कुछ गलत शब्दों का प्रयोग दूसरों के साथ करते हैं या उनके प्रति आलोचनात्मक हो जाते हैं। ऐसी परिस्थितियों में, अक्सर हम सेल्फ-क्रिटिकल बन जाते हैं और अपने को कसूरवार
सफलता की राह बड़े बदलावों से भरी हुई होती है, जिनका हमें एक यात्री की तरह सामना करना होता है, उनके अनुसार स्वयं को अडैप्ट करना होता है, ताकि उनका नकारात्मक प्रभाव हम पर न पड़ सके। लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो
आप अपनी सोच को सिर्फ एक मिनट का विराम देकर खुद से पूछें कि, जीवन का कोई लक्ष्य या उपलब्धि आपके लिए इतना अधिक मायने रखती है कि, उसको हासिल करते हुए कुछ महत्त्वपूर्ण रिश्तों के खो जाने का आपको कोई दुख नहीं होगा। साथ
हम सभी एक ऐसा जीवन जी रहे हैं जहां हमें सुबह से लेकर शाम तक, अलग-अलग कई तरह के रोल निभाने होते हैं। हमारे द्वारा पर्सनल, प्रोफेशनल, सोशल या फिर फाइनेंशियल लेवल पर किया गया हर काम, हमारे प्योर इरादे वा इच्छा की एनर्जी से
हम सभी ने ये कहावत सुनी होगी कि, जैसा हम खाते हैं वही बन जाते हैं यानि कि जैसा अन्न वैसा मन। इसका सीधा मतलब है कि, हम जो भी आहार खाते हैं उसकी एनर्जी का प्रभावी हमारे “मन और व्यक्तित्व” दोनों पर पड़ता है।
स्वीकार करने की कला; हमारे अंदर शांत रहने की क्षमता को विकसित करती है और जीवन के बहाव के साथ आसानी से बहना सिखाती है। ये हमें हल्के रहने और हल्के रहकर जीवन की यात्रा तय करने में मदद करती है क्योंकि ये हमें उम्मीदों,
हम सभी परमात्मा के ख़ास और प्यारे बच्चे हैं और अपने जीवन के हर क्षण में, हम उनके प्यार और शक्तियों के घेरे में सुरक्षित महसूस करते हैं। हमारे जीवन का एक भी दिन ऐसा नहीं गया होगा; जब हमने उनकी मदद को अनुभव नहीं
जब लोगों को इस बात का अहसास होता है कि हम उनकी परवाह करते हैं, तब वे हमारे करीब आते हैं। उसके विपरीत जब वे महसूस करते हैं कि, हम उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं तो वे हम से दूर चले जाते
अधिकतर अलग-अलग तरह के लोगों के साथ व्यवहार करते समय, हमारे व्यक्तित्व में बहुत सारे नकारात्मक लक्षण व कमजोरियां आ जाती हैं जिससे हमारे अच्छे गुण कभी-कभी छिप जाते हैं। ऐसी परिस्थितियों में अक्सर लोग हमें गलत समझने लगते हैं, हालांकि हम कई मायनों में
परमात्मा सत्यता के सागर हैं और सबसे श्रेष्ठ व्यक्तित्व के स्वामी हैं। साथ ही, उनका व्यक्तित्व अति शुद्ध है और पारदर्शित है, जिसमें हम एक भी त्रुटि या दोष नहीं ढूँढ सकते हैं। इसके पीछे का कारण ये है कि, उनकी विशेषताएं सागर के समान
हमारे जीवन का एक बहुत सुंदर पहलू; जिसे हम सभी पर्याप्त महत्व नहीं देते-वो है हमारे शब्दों और कर्मों में सत्यता। अधिकतर हमारे विचारों में झूठे इरादे छिपे होते हैं जोकि हमारे शब्दों और कर्मों से विपरीत होते हैं। इसके अलावा कभी-कभी लोग जानबूझकर अपने
इस फिजिकल वर्ल्ड में एनर्जी के बहुत सारे इनविजिबल (न दिखाई देने वाले) प्रकार मौजूद हैं, उनमें से मुख्य हैं-साउंड एनर्जी, लाइट एनर्जी, इलेक्ट्रिकल एनर्जी, मैग्नेटिक एनर्जी आदि। ठीक इसी प्रकार हमारे थॉट्स और फीलिंग की एनर्जी भी; इनविजिबल एनर्जी का ही एक प्रकार है।
जब भी हमें अपनी कोई आदत, लाइफस्टाइल, जॉब, घर, शहर, सोशल सर्कल या अपने थॉट, फीलिंग्स, स्वभाव को बदलना होता है, तो क्या हम इस बदलाव को आसानी से स्वीकार कर लेते हैं? हम एक ऐसे संसार मे रह रहे हैं, जहां पर लोग और
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।