कृतज्ञता का भाव

May 7, 2024

कृतज्ञता का भाव

कभी-कभी, हम अपने जीवन में लोगों और हर उस चीज को हल्के में लेते हैं जो हमारे जीवन को कम्फरटेबल बनाती हैं। और जब चीजें सही नहीं होतीं, तब हमें शिकायत करना स्वाभाविक लगता है। लेकिन अगर हम अपने जीवन की यात्रा को देखें, तो इसके एक बड़े हिस्से को बहुत स्मूथ पाएंगे। पर, हम अपनी परेशानियों को तो जल्दी उजागर करते हैं और जो कुछ अच्छा हुआ है उसे शायद ही स्वीकार करते हैं। आइए लोगों, स्थितियों और उन सभी  चीजों के लिए कृतज्ञता का भाव रखने का दृष्टिकोण विकसित करें; जो नियमित रूप से हमारे रिश्तों और जीवन को सुन्दर बनाते हैं।

 

1.कृतज्ञता हमारे जीवन में खुशियां लाती हैं और खुश रहने से हम संतुष्ट रहते हैं। अपने दिन की शुरुआत कृतज्ञता के साथ करें। परमात्मा से जुड़ें और उन्हें धन्यवाद दें। आपको बनाए रखने के लिए मन और शरीर को धन्यवाद दें। फिर जो लोग आपके जीवन में हैं और जिन चीज़ों को आप इस्तेमाल करते हैं उन सभी के लिए कृतज्ञता का भाव रखें।

 

2.जिन चीजों को आप इस्तेमाल करते हैं उनके साथ एक संबंध बनाएं। उदहारण के लिए-अपने बेड पर खुला हुआ कंबल या तकिए को इधर-उधर प़डा हुआ न छोड़ें। रात की अच्छी नींद के लिए उन्हें धन्यवाद दें और उन्हें सफाई के साथ अपनी जगह पर रखें।

 

3.जब जीवन में ऐसा बहुत कुछ है जिसके लिए आप धन्यवाद कर सकते हैं, तो आलोचना के लिए कोई भी स्थान न छोड़ें। न केवल उन लोगों और परिस्थितियों के लिए आभारी रहें जो अच्छे हैं, बल्कि उन लोगों के लिए भी आभार व्यक्त करें जो आपके प्रति अच्छे नहीं हैं। क्योंकि उन्होंने ही आपको मज़बूत बनाया है।

 

4.हर चीज के लिए आभार प्रकट करना शुरू करें। फिर, यदि कभी-कभी अच्छा नहीं भी होता है, तो इसके लिए आपका मन शिकायत नहीं करेगा।

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