
अपनी सत्यता के मौलिक गुण की ओर लौटना
सत्यता हमारे मौलिक गुणों में से एक है। जानिए कैसे झूठ से दूर रहकर, ईमानदारी और सच्चाई से भरा जीवन जी सकते हैं – शक्ति, शांति और सरलता के साथ।
जब भी हमारे जीवन की कोई कठिन परिस्थिति हमको प्रभावित करने की कोशिश करती है या दूसरे शब्दों में हमें लगता है कि किसी नेगेटीव घटना की वजह से मन परेशान है तो मानसिक रूप से खुद को सहारा देने के लिए अपने भीतर पोजिटीविटी को ढूंढें। इसके अलावा, हर चीज और हर किसी में अच्छाई को देखें, जो आपको अंदर से शांत और शक्तिशाली बनाए रखेगा। कई बार हम जाने-अनजाने, नेगेटीविटी को अपने मन पर हावी होने देते हैं जोकि हमारे संतोष को कम करने का मुख्य कारण है। कभी-कभी किसी अन्य व्यक्ति की कमजोरी या किसी स्थिति की नेगेटीविटी, हमें अशान्त करके हमारी धारणा और दृष्टिकोण को भी नेगेटीव कर देती है। इसलिए, जितना अधिक हम अपने मन को पोजिटीव जानकारी से, पोजिटीव आध्यात्मिक ज्ञान से, अपने आप को पोजिटीव रखना सीखते है उतना ही हम परिस्थितियों का सामना एक अलग तरीके से करने में, और उस स्थिति को एक दर्शक की तरह देखने में सक्षम हो पाते है ।
संतोष एक बहुत ही महत्वपूर्ण गुण है और सभी अन्य गुणों की जननी के समान है, जहां संतोष है, वहां अन्य सभी गुण स्वतः मौजूद होते हैं। उदाहरण के लिए; धैर्यता का गुण: जो अंदर से संतुष्ट है, वह स्थितियों या घटनाओं के बीतने का वेट करेगा नाकि उनके लिए अपनी धैर्यता को खोएगा। दूसरा उदाहरण है सहनशीलता का गुण: यदि आप एक संतुष्ट व्यक्ति हैं तो सहनशीलता स्वाभाविक रूप से आपके स्वभाव का हिस्सा होगी क्योंकि आप जितने अधिक भरपूर होंगे, आप लोगों और आने वाली परिस्थितियों पर रिएक्ट नहीं करेंगे, यदि वे आपकी इच्छाओं और अपेक्षाओं के अनुसार नहीं हैं। इसके अलावा, एक और महत्वपूर्ण उदाहरण है विनम्रता का गुण: मैं जितना अधिक तृप्त हूँ, उतना ही अहंकार से मुक्त हूँ, क्योंकि मैं अपने स्वमान के सिंहासन पर स्थिर और अचल हूँ। आत्म-सम्मान या स्वमान का आसन, मुझे किसी भी प्रकार की हीनता और श्रेष्ठता के बंधन से मुक्त करता है।
(कल जारी रहेगा…)
सत्यता हमारे मौलिक गुणों में से एक है। जानिए कैसे झूठ से दूर रहकर, ईमानदारी और सच्चाई से भरा जीवन जी सकते हैं – शक्ति, शांति और सरलता के साथ।
काम और ज़िम्मेदारियों के बीच बच्चों को समय न दे पाने का अपराधबोध सताता है? चिंता न करें। आपके विचार और भावनाएं ही बच्चों पर गहरा असर डालती हैं। शक्तिशाली सोच, आध्यात्मिकता और स्थिर ऊर्जा से न केवल आपका अपराधबोध कम होगा, बल्कि बच्चों के साथ संबंध भी सशक्त होंगे।
जीवन में बदलाव तय है, लेकिन स्थिर रहना कला है। इस लेख में जानिए 5 तरीके जो आपको अंदर से मजबूत बनाएंगे – आत्मनिरीक्षण, पॉजिटिव दृष्टिकोण, तैयारी, स्व-परिवर्तन और परमात्मा का साथ। इन उपायों से हर परिवर्तन बनेगा विकास का रास्ता।
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।