12th April Soul Sustenance Hindi

मानसिक थकान को कंट्रोल करने के 5 उपाय (भाग 3)

  1. बिना किसी बोझ के, जीवन को एक सुंदर यात्रा के रूप में जिएं – बिना किसी बोझ के जीवन का अनुभव करने के लिए जीवनरुपी यात्रा का आनंद लेते रहना चाहिए। क्या आपने कभी बिना साइड सीन वाली यात्रा देखी है? उसी तरह, जीवन की यात्रा में भी; कभी नेगेटिव और कभी पोजिटीव सीन होंगे। और याद रखें कि कोई भी सीन हमेशा के लिए नहीं होता। इसलिए, हर सीन को देखते हुए, चिंता और भय से मुक्त रहें, क्योंकि जीवन की यात्रा कहती है कि यह समय भी बीत जाएगा। वर्तमान अतीत बन जाएगा और भविष्य आज से भी सुंदर होगा। कोई भी नेगेटिव परिस्थिति हमेशा के लिए नहीं रहती है और शांति और धैर्यता से उस सीन को बीतने की प्रतीक्षा के बाद, जीवन की सुंदर यात्रा जारी रहती है। जीवन का यही नियम है। साथ ही, हम अपने जीवन की यात्रा में आने वाले, साइड सीन से जितना अधिक अप्रभावित हुए बिना, डीटेच रहेंगे, उतना ही अधिक खुश और हल्के रहेंगे।
  2. आपके विचार आपके जीवन का निर्माण करते हैं … स्वयं के मॉनिटर बनें – अपने विचारों को कम, हल्के, पोजिटीव और दिमागी थकान से मुक्त रखने के लिए, दिन भर में कई बार अपने विचारों को चेक करते रहना चाहिए । सबसे जरुरी है अपने नेगेटिव विचारों की दिशा को समय रहते जानकर, पोजिटीव में चेंज करना, क्योंकि नेगेटिव विचार हमारे अंदर नेगेटिविटी को बढाकर हमारे मन को परेशान करते हैं । इसके लिए आप अपने मोबाइल या लैपटॉप पर, कोई किताब या कुछ भी पोजिटीव कंटेंट रखें और दिन में 4-5 बार इसे पढ़ते रहें, जिससे आप अपने सोचने की दिशा आसानी से बदल पाएंगे । इसके अलावा, दिन के पूरा होने पर, अपने विचारों की एनालिसिस करें और आज की कमियों में अगले दिन सुधार लायें । अगले दिन की शुरुआत करने से पहले, अपने दिन भर के कार्यों की योजना बनाने के साथ- साथ, अपने विचारों को बीच- बीच में चेक करने का भी समय रखें ।

नज़दीकी राजयोग सेवाकेंद्र का पता पाने के लिए

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18 June 2025 Soul Sustenance Hindi

दूसरों के साथ ऊर्जा के लेन-देन को बेहतर बनाएं (भाग 3)

हम हर दिन ऊर्जा का लेन‑देन करते हैं—विचार, भावनाएँ, कर्म। अगर इसमें आध्यात्मिक समझ और प्रेम शामिल करें, तो रिश्तों की गुणवत्ता सुधरती है। लेकिन अधिक लगाव से अपेक्षाएं बनती हैं, जो दुख और तनाव लाती हैं। सीखें संतुलन से जुड़े रहना।

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