13th april soul sustenance hindi

परमात्मा की 5 सुंदर विशेषताएँ

  1. वह जिसे हर कोई ईश्वर कहता है – भारत में बड़ी संख्या में लोग देवी-देवताओं की पूजा-आराधना करते हैं। और विदेशों में, अलग-अलग धर्मों के धर्म- प्रमुखों को बड़े सम्मान के साथ पूजा जाता है। लेकिन ईश्वर; एक आध्यात्मिक लाईट है जिनका कोई शरीर नहीं, वे अशरीरी परमात्मा, गुणों के सागर हैं और हर स्थिति में सदा एक समान रहते हैं। उन्हें अलग-अलग धर्मों में ईश्वर, गाड फादर, भगवान, अल्लाह आदि के रूप में जाना जाता है।
  2. ऊंच ते ऊंच हैं – परमात्मा: विश्व का परमपिता, परम शिक्षक और परम गुरु है। वह सर्वोच्च हैं और किसी भी अन्य आत्मा की पालना नहीं लेते। वास्तव में, एक वह ही जग के पालनहार हैं। वह विश्व की सभी आत्माओं को अपने ज्ञान, गुणों और शक्तियों के खजाने से भरते हैं और प्रकृति के 5 तत्वों को भी शुद्ध कर, सतोप्रधान बनाते हैं।
  3. वह संसार के द्वंद/ द्वैत से परे हैं – परमपिता परमात्मा जन्म और पुनर्जन्म, सुख और दुःख, कर्म और कर्म के फल से सदा परे हैं। वह सदा एकरस, निराकार, आत्माओं के लोक में रहने वाले, सदा पवित्र, आनंद के सागर, ज्ञान से भरपूर और शक्तिशाली हैं जो सदा आत्म-अभिमानी, मधुर और विश्व की सभी आत्माओं के, प्यारे और विनम्र परमपिता परमात्मा हैं।
  4. ज्ञान का सागर; जो सब जानते हैं – परमात्मा जानी-जाननहार हैं और एक उनके ही पास आत्मा का, स्वयं का और वर्ल्ड ड्रामा चक्र का, स्रष्टी के आदि-मध्य-अंत का ज्ञान है। वह जीवन की हर स्थिति और उसके पीछे के रहस्यों को जान, उनको सुलझाना भी जानता है। हर एक मनुष्य आत्मा, दुःख और जीवन की कठीन परिस्थितियों में मदद के लिए उन्हें पुकारते हैं। वह सबसे शुद्ध, श्रेष्ठ और सर्वोच्च बुद्धि के मलिक हैं।
  5. सदा भलाई के दाता हैं- लेवता नहीं – परमात्मा सदा भरपूर है जो किसी से कुछ नहीं लेता और न ही लेने की अपेक्षा रखता है। वह भौतिक (physical) और आत्मिक स्तर पर सदा और सब कुछ देने वाला है। उनके याद करने से, उनसे जुडने से, न केवल हम आन्तरिक रूप से तृप्त होते हैं बल्कि दुनियावी चीजों में भी सफलता प्राप्त कर, भौतिक स्तर पर सब कुछ अच्छा करते हैं।

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28 april 2025 soul sustenance hindi

सफलता के 5 खूबसूरत पहलू (भाग 1)

सफलता के खूबसूरत पहलू – जानिए कैसे सिर्फ बाहरी उपलब्धियों से नहीं, बल्कि अंदरूनी शांति, संतोष और संपूर्णता से मिलती है असली सफलता। बाहरी और अंदरूनी सफलता के बीच सही संतुलन बनाकर जीवन में स्थायी खुशी और स्वास्थ्य पाएं।

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