16th feb 2023 soul sustenence hindi

चेतना शुद्धि/ अवेयरनेस (भाग 2)

जब भी आप दैनिक दिनचर्या की शुरुआत करें तो अपने मन को कुछ सकारात्मक विचार दें, जो आपके मन को शुद्ध/ स्वच्छ एवेयरनेस और दूसरों के प्रति बेहतर दृष्टिकोण रखने में मदद करेगा। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि स्वच्छता आत्मा का मूल संस्कार है और हमारी शुद्ध/ स्वच्छ एवेयरनेस शांति, प्रेम, आनंद और शक्ति से भरपूर है, साथ ही साथ क्रोध, अहंकार, ईर्ष्या, घृणा आदि जैसे विकारों के विचार भी न होना और अतीत या भविष्य के बारे में या दूसरों के बारे में अत्यधिक सोच का भी न होना, जिसकी कोई आवश्यकता नहीं है।

इसलिए, अपनी दिनचर्या शुरू करने से पहले कुछ सकारात्मक पढ़ना/ ज्ञान को ग्रहण करना महत्वपूर्ण है जो हमारे मन को सकारात्मकता से भर दे और जो हमें पूरे दिन पोजीटीव रखने में मदद करे। हर दिन पढा जाने वाला आध्यात्मिक ज्ञान या फिर मन को शक्तिशाली करने वाला ज्ञान आपकी मानसिकता को बदल देगा और आप अधिक फ्रेश और शक्तिशाली महसूस करेंगे। वहीं दूसरी ओर, एक खाली दिमाग यानी जिसमें सकारात्मक विचारों की कमी है, वह आसानी से दिनभर में होने वाले कई प्रकार के उतार-चढ़ावों, कार्यस्थल पर या अपने परिवार में लोगों के अलग- अलग स्वभावों के प्रभाव में आ सकता है। सकारात्मकता से अपना दिन शुरू करने वाले निरंतर जीवंत और ऊर्जावान, संतुष्ट रहते है और दुसरों को भी संतुष्ट रखते है और अपने जीवन में आने वाली परिस्थितियों के बारे में कोई शिकायत नहीं करते। साथ ही, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भोजन, आराम और व्यायाम स्वस्थ शरीर की कुंजी हैं। इसी प्रकार अपने आप को एक आत्मा समझ, ज्ञान के तीसरे नेत्र से अपने आध्यात्मिक पिता, परमात्मा या ईश्वर का अनुभव करना और उनकी आध्यात्मिक ऊर्जा/ सकारात्मकता से खुद को चार्ज करना भी एक व्यायाम ही है। अपने आप को आत्मा अनुभव कर ईश्वर से जुड़ना आत्मा को बहुत शक्ति देता है। साथ ही, सकारात्मक विचार व ज्ञान आत्मा का भोजन हैं। इसके अलावा, हर एक घंटे में, कुछ पलों के लिए अपने मन को शांति का अनुभव कराना भगवान से प्यार करना है। भगवान हमेशा हमारे साथ रहकर हमें सिखाते हैं कि कैसे हर आत्मा को शुभकामनाएं देकर और उन्हें भगवान के साथ शुद्ध प्रेम के बंधन में बांधा जाए। इसलिए कर्म करते हुए ईश्वर के सान्निध्य का आनंद लेना और उससे प्राप्त होने वाले प्रेम के वाईब्रेशन दूसरों को देना; आत्मा को बहुत शांति, सुकून और तृप्ति देता है। क्योंकि परमेश्वर का प्रेम बांटने के बदले में आपको बहुत सारी दुआएं मिलती हैं।

(कल जारी रहेगा…)

नज़दीकी राजयोग सेवाकेंद्र का पता पाने के लिए

31st march soul sustenance hindi

31st Mar – आत्म सशक्तिकरण

दूसरों की लाईफ स्क्रिप्ट लिखने की बुरी आदत से बचें अब तक यह सभी को ज्ञात हो चुका है कि इस वर्ल्ड- ड्रामा में हम

Read More »
30th march soul sustenance hindi

30th Mar – आत्म सशक्तिकरण

सोशल मीडिया पर गॉसिप करने से स्वयं को बचाएं जैसे आजकल हम अन्य लोगों के व्यवहार, उनके लाईफ- इशूस के बारे में नेगेटीव बात न

Read More »
29th march soul sustenance hindi

29th Mar – आत्म सशक्तिकरण

संतुष्टता का गहना पहनो (भाग 3) सन्तुष्टता का गुण, अपने भीतर के खजाने और प्राप्तियों को बढ़ाने से बढता है। जब भी आपके जीवन में

Read More »