सेल्फ रियलाईजेशन के लिए, कार और ड्राइवर के उदाहरण द्वारा समझना (भाग 2)

सेल्फ रियलाईजेशन के लिए, कार और ड्राइवर के उदाहरण द्वारा समझना (भाग 2)

यदि एक कुशल ड्राइवर, कार चलाते समय अपने सामने आने वाले नेगेटिव और परेशान करने वाले सीन से विचलित होता है और उसका ध्यान कई दिशाओं की तरफ आकर्षित होता है, तो वह अपनी यात्रा को असुरक्षित बना देगा, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाएगी। ऐसा ही समान प्रिनसिपल हमारी आत्मा और शरीर पर भी लागू होते हैं, तो हमें भी यह ध्यान रखना होगा कि, जीवन की यात्रा में, मैं अनउपयोगी सीन से विचलित न होऊं, उदाहरण के लिए; अपनी आंखों द्वारा देखे जाने वाले सभी सीन, सीनरी और सूचनाओं को ध्यान में न रखूं, अन्यथा मैं दुर्घटना का शिकार हो सकता हूं।  कानों से सुनते समय, लोगों द्वारा कहे गये सभी शब्दों और बातों का ध्यान नहीं रखूं, अन्यथा मेरे साथ दुर्घटना हो सकती है। मैं वही चुनूं जो मेरे लिए उपयोगी हो, नाकि ध्यान भटकाने वाले नेगेटिव और हानिकारक सीन, शब्दों और व्यवहारों पर फोकस करूं। एक ड्राइवर के समान; मैं स्थितियों को देखता और समझता हूं और अपनी आंखें और कान खुले रखता हूं। मैं उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं कर सकुंगा, लेकिन मुझे उनके बारे में एवेअर रहने की जरूरत है। फिर भी मैं उनमें से केवल पोजीटिवीटी को चुनकर, अपनी जीवन रुपी यात्रा पर अपना ध्यान केंद्रित रखुंगा जिससे मैं अपनी आंतरिक संतुष्टि और आनंद के अनुभव से विचलित न हो जाऊं।

साथ ही, मुझ आत्मा; ड्राइवर को अपने इस शरीर रुपी वाहन के इन्चार्ज के रूप में, यह भी ध्यान रखने की आवश्यकता है कि, मैं लापरवाही से गाड़ी न चलाऊं, यानि कि मैं अपनी आंखों, अपने शब्दों और कार्य के माध्यम से बाहर की ओर रेडीएट होने वाली अपनी भावनाओं और स्वभावों की निगरानी भी कर पाउं। लापरवाही से गाड़ी चलाने का मतलब स्वयं के द्वारा नेगेटिव एनर्जी रेडीएट करना, जिससे जीवन की राह पर किसी भी अन्य यात्री को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिये जब हमारी भावनाएँ और स्वभाव मधुरता, पवित्रता और सम्मान से भरे हुए और पोजिटीव होते हैं, तो यह हमारी जीवन रुपी यात्रा को सुचारू और आनंददायक सुनिश्चित करने में भी मदद करते है। जब मैं आत्मा, एक ड्राइवर के रूप में सतर्क और जागरूक रहता हूं और सावधानी से अपनी शरीर रुपी गाड़ी चलाता हूं, तो मेरे द्वारा किये गये कार्य मुझे मेरे स्पिरिचुअल ट्रुथ के करीब लाते हैं, और मैं अपनी पोजिटीविटी को अपने आस-पास के अन्य लोगों के साथ साझा करने में सक्षम होता हूं। परंतु जब मैं एक क्षण के लिए भी ये एवेअरनेस खो देता हूं, तो मुझसे दूसरों को या दूसरों से मुझे खतरा हो सकता है।

नज़दीकी राजयोग सेवाकेंद्र का पता पाने के लिए

आध्यात्मिक समूहों में प्रगति का अनुभव करना (भाग 1)

आध्यात्मिक समूहों में प्रगति का अनुभव करना (भाग 1)

जो कोई भी आध्यात्मिक प्रगति की ओर अग्रसर होता है, वह अक्सर समान विचारधारा वाले आध्यात्मिक समूहों का हिस्सा बनने की आवश्यकता महसूस करता है।

Read More »