आत्म सम्मान (सेल्फ रेस्पेक्ट) के 5 पोजिटीव स्टेप (भाग 1)

आत्म सम्मान (सेल्फ रेस्पेक्ट) के 5 पोजिटीव स्टेप (भाग 1)

किसी भी स्थिति में और जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण एनर्जी होती है; स्ट्रोग और पोजिटीव स्टेट ऑफ माइंड। आत्म सम्मान यानि कि सेल्फ रेस्पेकट पोजिटीविटी की पहली सीढ़ी है। और हम स्व को रिअलाईज करके ही सेल्फ  रेस्पेकट को पा सकते हैं। अक्सर, हम सभी अपनी फिजीकल एवेअरनेस में रहते हुए, समाज में अपनी अलग-अलग भूमिकाएँ निभाते हैं – जैसे कि अपने फिजीकल शरीर के बारे में, फिजीकल रोल के बारे में, अपने संबंध- संपर्क, रिश्ते-नाते, धन- संपत्ति, शिक्षा और नौकरी के बारे में। लेकिन, जब हम इन अनुभूतियों को स्वाभाविक मानते हैं, पर कई बार इन क्षेत्रों और जीवन के पहलुओं के लगातार बदलने के कारण, हममें आत्म-सम्मान की कमी होती है और जिसके परिणामस्वरूप मानसिक शक्ति में कमी आती है। तो आइये, इस संदेश के द्वारा; स्पीरिचुअल सेल्फ रिएलाईजेशन के आधार पर, आत्म-सम्मान के विभिन्न बिंदुओं को जानें, जो हमें आंतरिक रूप से मजबूत बनाते हैं।

  1. मैं एक विजयी आत्मा हूँ, और मेरी सफलता निश्चित है – हर सुबह एफरमेशन करें कि, जीवन के हर क्षेत्र में मेरी जीत या सफलता निश्चित है। इस स्वाध्याय की बात को दिन में कई बार दोहराएं, यह आपके हर विचार, शब्द और कर्म में पोजिटीविटी को लाएगा और इवेनचुअली यह पोजिटीविटी हमारे रोल में प्रवाहित होगी। यह हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और धन कमाने के साथ -साथ, जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में भी, हमें अलग-अलग तरह से लाभान्वित करेगा। और जितना अधिक हम इस पोजिटीविटी को अपने अंतर्मन में महसूस करेंगे, उतना ही हल्कापन और खुशी की महसूसता होगी। साथ ही, हमारी ये आंतरिक शक्ति; बेहतर इंटरपर्सनल संबंधों और जीवन की विभिन्न गतिविधियों में सुंदर रिसल्ट लाएगी। हमारे मन में सफलता की एक पोजिटीव भावना; हमारे द्वारा किए गये हर कार्य में सफलता की गारंटी देगी और हमारा जीवन एक सुखद यात्रा बन जाएगा, जहां गलत होने की संभावना न के बराबर होगी और अगर कुछ गलत होता भी है तो बहुत ही कम समय में वो खुद को ठीक कर लेगा।

(कल जारी रहेगा…)

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