आसानी से बातों को जाने देना (letting go easily)

आसानी से बातों को जाने देना
(letting go easily)

कभी-कभी हम अपने जीवन में होने वाले, मेंटल प्रेशर को महसूस ही नहीं कर पाते हैं। और ये आमतौर पर हमारी अज्ञानता, पास्ट की किसी बात का दर्द, लगाव, एक्सपेक्टेशन, गलत आदतें, लिमिटेड बिलीफ और अन्य लोगों की राय से संबंधित हो सकता है। तो जब हम इन पुरानी बातों को समेटते हैं, तभी हम नए ढंग से सोचने, व्यवहार करने और उसे अपनी लाइफ में अपनाने के नए तरीकों को समझ सकते हैं। जीवन की यात्रा में, हल्का रहना बुद्धिमानी है, केवल वही रखें या लें, जो जरूरी है। यही बात इमोशनल बैगेज पर भी लागू होती है। हम अपने जीवन में दर्दभरे पास्ट, निराशा, गलत आदतों, दर्द और भय को लेकर चलते हैं। इन पुरानी बातों को अपने जीवन से निकाल देने से ही हम सही तरीके से सोचने, व्यवहार करने और वैसा ही बनने की कोशिश कर सकेंगे।

किसी भी प्रकार के अनावश्यक इमोशनल बैगेज से बचने के लिए नीचे बताए गए, स्टेप्स को फॉलो  करें –

  1. जब आपका मन अशांत हो, तो चेक  करें कि वह क्या सोच रहा है? यह अक्सर पास्ट या फ्यूचर के बारे में हो सकता है। अब इसे प्रेजेंट में ले जाएं।
  2. जीवन के हर सीन में सही तरीके से रिस्पॉन्स करें, किसी भी दूसरे को दोष देना, उन्हें जज करना या उनकी आलोचना करना ठीक नहीं।
  3. किसी के धोखा देने पर, स्वयं को हर्ट करना हम खुद चुनते हैं। अगर हमारा मन सवाल करे कि, उन्होंने मेरे साथ ऐसा क्यों किया, तो पॉजीटिव थॉट्स क्रिएट करें कि, ….मैं बातों को जाने देता हूं… मैं लोगों को समझता हूं… वे जैसे हैं, मैं उन्हें स्वीकार करता हूं… जीवन की परिस्थितियों का सामना स्टेबिलिटी से करता हूं।
  4. याद रखें कि कोई भी और कुछ भी हमारा नहीं है। हमारे जीवन में सब कुछ एकाउंट क्लीयर करने के लिए होता है। इसलिए स्वयं से, लोगों से और परिस्थितियों से लगाव या नाराजगी न रखें।

स्ट्रेस फ्री मन के लिए कुछ स्वाभिमान (एफर मेशन) हर रोज दोहराएं। जैसे ही आप नेगेटिविटी की परतें हटाते हैं, आप अपने ओरिजिनल सेल्फ से जुड़ना शुरू कर देते हैं। अब आपका सेल्फ खुशी, प्रेम और करुणा जैसे रियल गुणों को एकोमोडेट करने और एक्टिवेट करने के लिए तैयार होगा।

स्वाभिमान जो आपके अशांत मन को शांत करने में हेल्प करेंगे: …..मैं प्रसन्न हूं… मैं जीवन के हर एक सीन को आसानी से शिफ्ट कर देता हूं… मैं आज में जीता हूं… लोगों को ब्लेम करना, उनकी चिंता करना और उनकी आलोचना करने की अपनी पुरानी आदतों को छोड़ देता हूं….. मैं कोई भी सीन अपने दिमाग में नहीं रखता हूं… मैं लोगों की अच्छाइयों को देखता हूं…मेरा मन करुणा से भरपूर है…मैं किसी के व्यवहार को अपने मन में नहीं रखता…मैं जीवन के सफ़र में हल्का रहता हूं

नज़दीकी राजयोग सेवाकेंद्र का पता पाने के लिए

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