5 प्रकार का स्वास्थ्य संतुलन
अच्छी तरह से जीवन जीने की हमारी क्षमता मुख्यतः 5 प्रकार के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है: शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक स्वास्थ्य, सामाजिक स्वास्थ्य
हम सभी इस दुनिया में एक क्लोज निट में रह रहे हैं जहां हमारे जीवन में रिश्तों का बहुत महत्व है जो हम सभी को आपस में एक बंधन में बांधते हैं। लेकिन दुख की बात है, कि आजकल रिश्ते उतने गहरे और सार्थक नहीं रह गए हैं, जितने पहले हुआ करते थे। हम आम तौर पर अपने कार्यस्थल पर या परिवार में और परिवार के बाहर प्रियजनों के साथ दोस्ती और कई अन्य प्रकार के रिश्तों में जल्दी ही अलगाव, तलाक और अचानक ब्रेकअप की खबरें सुनते रहते हैं। पता नहीं हम किस दिशा में जा रहे हैं? आज के रिश्ते इतने कमज़ोर क्यों हैं? अगर रिश्ते हैं भी तो, उनमें जो ख़ुशी व अपनापन था, वो आजकल है ही नहीं। लोग पहले की तुलना में एक-दूसरे से संतुष्ट नहीं हैं, रिश्तों में गुस्सा, अहंकार, ईर्ष्या, डोमिनेन्स और असुरक्षा की भावना पहले की तुलना में कहीं अधिक है। कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो अपने रिश्ते की समस्याओं को दूसरों के साथ शेअर नहीं करते हैं और चुपचाप उनमें दुखी होते रहते हैं। तो आइए, अपने प्यारे और सुंदर रिश्तों को मजबूत और निरंतर ‘शांति, प्रेम और आनंद’ पर आधारित करने के लिए कुछ बुनियादी तरीकों पर नजर डालें –
(कल भी जारी रहेगा…)
अच्छी तरह से जीवन जीने की हमारी क्षमता मुख्यतः 5 प्रकार के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है: शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक स्वास्थ्य, सामाजिक स्वास्थ्य
स्पष्टता के साथ जीवन जीना शांति और स्थिरता का प्रमुख आधार है। लेकिन अक्सर हम खुद को ये सोचता हुए पाते हैं कि हमें कैसा
श्री गणेश का बड़ा पेट, धारण करने की शक्ति का प्रतीक है। हमें दूसरों के सामने लोगों की कमजोरियों या गलतियों की चर्चा नहीं करनी
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
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