
आंतरिक सुंदरता (इनर ब्यूटी) के तीन दर्पण (भाग 4)
तीसरा दर्पण; आपके स्वयं के थॉट्स, बोल और कर्मों का दर्पण है, जो आप अपने और दूसरों के बारे में सोचते और महसूस करते हैं;
प्रतिदिन अपने मन में परमातम ज्ञान की याद बनाए रखें – परमात्मा हर दिन हमें सुंदर ज्ञान सुनाता है, जिसे हम पढ़ते हैं और अपनी डायरी और दिल में नोट कर लेते हैं। इसे नोट करने के बाद हम दिन में कई बार इसका रिवीजन करते हैं और हमारा मन इसे बार-बार सुनता है। फिर हम जीवन की हर परिस्थिति में ज्ञान के पोइंटस को एप्प्लाई करते हैं और ज्ञान के महासागर- परमात्मा की संतान- मास्टर ज्ञान सागर बन जाते हैं।
परमातम ज्ञान का मनन और विजुलाइज करके मेडीटेट करें – परमात्मा के द्वारा दिये गये ज्ञान के पोइंटस को सुनें, गहराई से मनन- चिंतन कर, उसे एक चित्र के रूप में, अपनी चेतना में विजुलाइज कर एक सुंदर आकार दें। परमात्मा सर्वोच्च शिक्षक हैं और उनके द्वारा दिया गया ज्ञान बहुत कीमती और रहस्यों से भरा हुआ है। परमातम ज्ञान को अपना निजी खजाना बनाने का सबसे सुंदर तरीका मेडीटेशन है।
पोजिटिवीटी और पवित्रता का आधार: परमातम ज्ञान – जब हम एक पोजिटीव मन और शुद्ध बुद्धि के आधार पर अपने विचार, भावनाएँ, दृष्टिकोण, दृष्टि, बोल चाल और कर्म करते हैं तो उस सुंदर रिफ्लेकशन का आधार हमारे अंदर का परमातम ज्ञान होता है। और तब ही हम जीवन की हर परिस्थिति और संबंध को, ज्ञान की आंखों द्वारा परख पाते हैं।
ज्ञान के प्रत्येक मोती/ पोइंटस को दूसरों के साथ भी शेअर करें – परमातम ज्ञान; एक सबसे अच्छा उपहार जो हम अपने परिवार के सदस्यों, अपने दोस्तों और अपने कार्यालय के सहयोगियों को दे सकते हैं, और अपने अंदर भी इसकी अनुभूति कर सकते हैं। आज के समय में, लगभग हर आत्मा तनावग्रस्त और दर्द में है। ज्ञान; शांति और खुशी का आधार है, और आत्मा के लिए प्रकाश की तरह है जो उसको अपने विचारों और व्यक्तित्व को चेक करने और बदलने में मदद करता है।
दिन के अंत में अपनी प्रोग्रेस को चेक करें और निर्णय लें – पूरे दिन की व्यस्तता के बाद, दिन को समाप्त करने का सबसे अच्छा तरीका है कि ज्ञान के दर्पण में प्रोग्रेस की चेकिंग करें कि कोई गलती तो नहीं हुई है। हमारे नेगेटीव सोच- विचार, बोल चाल और उसके अनुसार किये गये कर्म वो गलतियाँ हैं जो ज्ञान के अनुरूप नहीं हैं। इसलिये स्वयं की चेकिंग कर, अगले दिन के लिए अपनी गलतियों को सुधारने का निर्णय लें।
तीसरा दर्पण; आपके स्वयं के थॉट्स, बोल और कर्मों का दर्पण है, जो आप अपने और दूसरों के बारे में सोचते और महसूस करते हैं;
पिछले दो दिनों के संदेशों द्वारा; हमने आंतरिक सुंदरता के प्रथम दर्पण – आध्यात्मिक ज्ञान के दर्पण को जाना। हमारा दूसरा दर्पण है; योग का
कल के सन्देश में हमने पहले दर्पण, आध्यात्मिक ज्ञान के दर्पण की चर्चा की थी। यह दर्पण आपको परमात्मा को भी दिखाएगा और साथ ही
Start your day with a breeze of positivity and stay motivated with these daily affirmations
After Clicking on Join, You will be redirected to Whatsapp Community to receive daily message. Your identitiy will be secured and no group member will know about another group member who have joined.