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आत्म नियंत्रण (सेल्फ कंट्रोल) की कला में निपुण बनें

आत्म नियंत्रण (सेल्फ कंट्रोल) की कला में निपुण बनें

हम सभी एक अच्छा और बेहतर जीवन गुजारने के लिए इसको नियंत्रित करना चाहते हैं। यह हमारे मन, बुद्धि और स्वभाव पर नियंत्रण रखने की हमारी आंतरिक शक्ति होती है और इससे हमारे सेन्स ऑर्गन भी स्वतः ही नियंत्रित हो जाते हैं। और साथ ही हम अपने मोरल वेल्यूस का ध्यान रखते हैं, और सोसाईटी द्वारा तय करी गई परिभाषाओं ‘मस्ट’ और ‘शुड’ (होना चाहिए) में नहीं उलझते हैं। अतः एक बार जब हम स्वयं को अच्छे से संभालना सीख लेंगे, तो फिर दूसरो को भी सही तरीके से संभाल पाएंगे। अपने जीवन में जिन चीज़ों को हम और अधिक पाना चाहते हैं, उनमें आत्म-नियंत्रण सबसे जरुरी है। यह हमारे सोचने, वैसा बनने और व्यवहार करने के तरीकों को नियंत्रित करने की हमारी क्षमता को दिखाता है। हालांकि आत्म-नियंत्रण का अभ्यास करना बहुत इजी लगता है, लेकिन कुछ ऐसे क्षण भी आते हैं, जब हम अलग तरह से कार्य करने के लिए प्रलोभित होकर हार मान लेते हैं।

स्वयं पर आत्म-नियंत्रण रखने और खुशहाली का अनुभव करने के लिए इन चरणों का पालन करें:

  1. आत्म-नियंत्रण एक शक्ति है जिसे आप अपने जीवन के सरल दृश्यों में अभ्यास करके बढा सकते हैं।
  2. मेडीटेशन के दौरान अपने विचारों पर ध्यान दें, यह आपके दिमाग को नियंत्रित करने और उसके साथ एक सुंदर रिश्ता बनाने में मदद करता है।
  3. किसी भी परिस्थिति में ऑटोमेटिक या आदतन रिएकशन के बजाय, एक शक्तिशाली और उचित रिएकशन चुनें। विभिन्न परिस्थितियों में सही ऑपशन रखना और उनका चुनाव करने के बारे में एवेअरनेस रहने से आत्म-नियंत्रण बढ़ता है।
  4. अपने मूल्यों और सिद्धांतों पर कायम रहें, और हर स्थिति में इनका उपयोग सभी के साथ और निडर होकर करें। उदाहरण के लिए, अपनी गलती स्वीकार करें और उसके लिए माफी भी मांगें, भले ही इसके गंभीर परिणाम हों। इसी तरह से, सड़क पर अकेले होने पर भी यातायात नियमों का पालन करें।
  5. आप जो भी पढ़ें, देखें, सुनें और लोगों से बातें करें उसमें प्युरिटी हो, बिना किसी प्रलोभन के सही खान-पान के सिद्धांतों का पालन करें। किसी की स्वीकृति लिए बिना वही करें, जो आपके लिए सही और स्वस्थ हो।

अपने जीवन को नियंत्रित करने के लिए नीचे बताये गये स्वामानों को दिन भर में 3 बार दोहराएं। और देखें कि कैसे आपका मन उन निर्देशों का पालन करता है, और आपका शरीर उन सबमें आपका सहयोग करता है। इस प्रकार से आत्म-नियंत्रण की कला में महारत हासिल करें:

मैं एक शक्तिशाली आत्मा हूं… मैं अपने हर विचार…बोल…व्यवहार का निर्माता हूं…मैं अपने दिमाग का सही तरीके से उपयोग करता हूं…परिस्थितियां भले ही मेरे हिसाब से न हों… लेकिन मेरा दिमाग हमेशा मेरी सुनता है…मैं ये जानता हूं कि मुझे कहां फोकस करना है…क्या देखना है …क्या सुनना है…क्या बोलना है…मैं हर किसी में अच्छाई देखता हूं…मैं आम जनता की टिप्पणीयों/ राय से अनभिज्ञ रहता हूं…मैं अनुशासित जीवन जीता हूं…मैं अपने मन का मालिक हूं…मैं अपने शरीर का मालिक हूं।

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