गणेश चतुर्थी की दिव्यता और आध्यात्मिकता (भाग 2)
श्री गणेश का बड़ा पेट, धारण करने की शक्ति का प्रतीक है। हमें दूसरों के सामने लोगों की कमजोरियों या गलतियों की चर्चा नहीं करनी
क्या आपका मन लगातार इस बात की चिंता करता रहता है कि क्या-कैसे-कब-करें न करें, अगर-मगर इत्यादि? क्या आप अपने जीवन और इस दुनिया को नेगेटिव तरीके से देखते हैं कि कुछ न कुछ होने वाला है? लगातार चिंता करने से, हमें जीवन के चेलेन्जेस का सामना करने की, क्षमता कम हो जाती है। यह न केवल हमें थकाने वाला, बल्कि हमारे जीवन में नेगेटिविटी को भी आकर्षित करता है। तो क्या आपको चिंता करने की आदत है? क्या आप अपने जीवन के बारे में या अपने प्रियजनों के बारे में, सबकुछ खराब होने के डर से, नेगेटिव सोच- सोचकर वैसी ही स्क्रिप्ट लिखते हैं? हमारे मन द्वारा नेगेटिव विचार पैदा करने से, चिंता जन्म लेती है। और हमारी अधिकांश चिंताएँ अतीत के बारे में होती हैं, जो हमारे वश में नहीं हैं, या फिर जीवन में कभी भी न होने वाली हों। लेकिन चिंता के नेगेटिव वाईब्रेशन हमें कमजोर बनाते हैं, और हमारे जीवन की परिस्थितियां भी चिंता वाली एनर्जी के कारण मुश्किल भरी हो सकती हैं। हम प्यार के नाम पर ज्यादातर लोगों की चिंता करते हैं। तो चिंता करने के बजाय, आइए हम उनका ध्यान रखें, उनकी केअर करें। केअर करने व देखभाल करने से पोजिटीव वाईब्रेशन रेडीएट होते हैं, जिनसे हम हाई एनर्जी थोटस पैदा करते हैं जो हमारे जीवन में पोजिटीविटी को आकर्षित करते हैं। आइए, स्वयं पर और अपने जीवन के सुंदर होने पर भरोसा करें। हमें इसकी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारे पास जो बदला जा सकता है, उसे बदलने की और जो हम नहीं कर सकते, उसे स्वीकार करने की शक्ति है।
हर रोज स्वयं को याद दिलाएं कि आप शक्तिशाली हैं। अपनी आंतरिक शक्तियों को याद रखें और दिनभर में आने वाले हर सीन में, अपनी शक्तियों का प्रयोग करें। फील करें कि, आप निडर हैं और शांति से अपना जीवन जीते हुए, शांति के वाईब्रेशन रेडीएट करें। परिस्थिति कैसी भी हो, उसका जवाब शांत मन से ही दें। मन ही मन दोहराएं कि, आपका जीवन सुंदर है, स्वास्थ्य उत्तम है, रिश्ते सामंजस्यपूर्ण हैं और करियर सफल है। किसी भी बात की चिंता नहीं है। अपने मन और बुद्धी का ख्याल रखते हुए, हर एक घंटे अपने मन में चलने वाले विचारों को चेक करें- एक मिनट के लिए रुकें और चिंता का थोड़ा सा भी निशान होने पर, उन्हें फौरन बदल दें। हर दिन मेडीटेशन और आध्यात्मिक अध्ययन (spiritual knowledge) के द्वारा अपने मन को पोजिटीव खुराक दें और अपनी आंतरिक शक्तियों को बढ़ाएं। मन को स्टेब्ल रखते हुए, किसी भी मेंटल प्रेशर के समय, उस स्थिति का सामना करने के लिए भी तैयार रहें। अपने कर्मों पर ध्यान दें, और सही कर्मों का चुनाव करें, ताकि आपको अपने भविष्य के बारे में चिंता करने की आवश्यकता न पडे। आपके द्वारा क्रिएट किए गये; सही विचार, सही बोल- चाल और व्यवहार से, आपका भविष्य सुरक्षित होगा। किसी भी बात में चिंता न करें। अगर कोई चेलेंज आता है तो भी घबराएं नहीं, याद रखें आपके पास समस्या को सुलझाने की शक्ति है। आपके इनर वर्ल्ड की शांति और स्टेबिलीटी, किसी भी मुद्दे को शक्ति देकर, केओस को शांति में बदल देगी। आपके जीवन में सब कुछ बेस्ट है और हमेशा रहेगा।
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अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
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