ब्रह्माकुमारिज़ का 7 डेज कोर्स (भाग 2)

ब्रह्माकुमारिज़ का 7 डेज कोर्स (भाग 2)

ब्रह्माकुमारिज़ के 7 डेज के कोर्स द्वारा, हम परमात्मा को समझ कर उनसे जुड़ने का तरीका जान पाते हैं, और यह भी कि वे हमारी तरह आध्यात्मिक रूप में दिव्य प्रकाश का सर्वोच्च बिंदु है, जिन्हें हम इन आंखों से नहीं देख सकते है। वह परमात्मा और रूहानी बाप और सभी मनुष्यात्माओं के परमपिता भी हैं। साथ ही, वे सभी दिव्य आत्माओं; श्री राधे कृष्ण, श्री लक्ष्मी नारायण, श्री राम सीता आदि देवी – देवताओ के पिता होने के साथ-साथ, प्रसिद्ध धर्म संस्थापक; अब्राहम, बुद्ध, क्राइस्ट, मोहम्मद, महावीर, शंकराचार्य, गुरु नानक जैसे संतों के भी पिता थे। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों और अलग-अलग धर्मों में उन्हें; हेवेनली- गॉडफादर, भगवान, ईश्वर, शिव, अल्लाह, खुदा और यहोवा जैसे अनेक नामों से पुकारा जाता है। वह एकमात्र ऐसी आत्मा हैं जो कभी भी किसी मनुष्य शरीर में जन्म नहीं लेती, और सदैव अशरीरी, आत्म-अभिमानी और पवित्र है। दुनिया की अन्य सभी आत्माएँ, यहाँ तक कि दिव्य आत्माएँ और देवताओ की भी एक फिजीकल फोर्म होती है और वे मानव शरीर में जन्म लेते हैं।

कोर्स के द्वारा हम परमात्मा, जोकि 7 प्रकार के गुणों का सागर है – शांति, खुशी, प्रेम, आनंद, पवित्रता, शक्ति और ज्ञान। वह सदैव इन गुणों से भरपूर हैं और कभी भी, किसी भी शरीर में नहीं जन्मते। साथ ही, हम यह भी समझते हैं उनका आध्यात्मिक घर कहाँ है, और सीखते हैं कि हम सभी मनुष्य आत्माए जोकि, परमात्मा के आध्यात्मिक बच्चे हैं, हम सभी का एक आध्यात्मिक घर है। और साथ उन्हें उनके घर में याद करके अनुभव करना आदि के बारे में भी सीखते हैं। और अंत में एक बहुत महत्वपूर्ण बात कि, वर्ल्ड ड्रामा में उनका सबसे महत्वपूर्ण कार्य क्या है और वह कैसे कलियुग को सतयुग में बदल देते हैं के बारे में पता चलता है। साथ ही, वे काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, ईर्ष्या और द्वेष जैसे विकारों से भरे हुए मनुष्यों को दैवीय गुणों और सुंदर विशेषताओं से भरपूर देवी-देवता, जिनका जीवन पवित्रता, शांति, प्यार और खुशी का दर्पण है, कैसे बनाते हैं?

(कल जारी रहेगा…)

नज़दीकी राजयोग सेवाकेंद्र का पता पाने के लिए