
लोगों को अपने ऊपर निर्भर न होने दें
सच्चे रिश्ते वही होते हैं जहाँ आत्मनिर्भरता और भावनात्मक स्वतंत्रता हो। जानिए कैसे दूसरों को सहयोग करते हुए उन्हें सशक्त बनाएं।
कभी-कभी जब हम लोगों की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरते, तो स्वयं को बोझिल महसूस करते हैं। हमारे जीवन में हमारे माता-पिता, शिक्षकों, दोस्तों, जीवनसाथी, कार्यालय के सहयोगियों, बच्चों और कई अन्य लोग हमसे अपेक्षाएँ रखते हैं। वे उसके अंतर्गत, हमारी पसंद और निर्णयों को भी कंट्रोल करने लगते हैं। हममें से बहुत लोग, दूसरो की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करते हैं, लेकिन ज्यादातर पूरी तरह सफल नहीं हो पाते हैं। हम हर समय हर किसी को खुश नहीं रख सकते, इसलिए उनकी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करना हमें थका सकता है। आईये इसके विषय में बारीकी से समझें-
सच्चे रिश्ते वही होते हैं जहाँ आत्मनिर्भरता और भावनात्मक स्वतंत्रता हो। जानिए कैसे दूसरों को सहयोग करते हुए उन्हें सशक्त बनाएं।
परमात्मा, ब्रह्मांड की सर्वोच्च आध्यात्मिक शक्ति हैं। उनके प्रेम और शक्ति से आत्मा को शांति, आनंद और दिव्यता का अनुभव होता है।
https://youtu.be/UPQS0cK9fLk हम सभी ने अपने जीवन में साधु महात्माओं, माता-पिता, शिक्षक, परिवार के सदस्यों और मित्रों द्वारा दिए गए “आशीर्वाद की पॉवर” को अनुभव किया
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
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