
सराहे जाने और आलोचना किए जाने पर स्टेबल रहें
आत्मिक स्थिरता सिखाती है कि न तारीफ में खोएं, न आलोचना से दुखी हों। जानें अध्यात्मिक दृष्टिकोण से स्थिर और शांत रहने के उपाय।
आजकल शरीर के अधिक वजन को कम करने के लिए शरीर की देखभाल करना एक सामान्य बात है। लेकिन क्या हम अपने इमोशनल भारीपन को समझते है या उसका ख्याल रखते हैं? आज हम सभी ने अपने मन को अनावश्यक विचारों, दुखी व कमजोर फीलिंग्स, लिमिटेड बिलीफ़ सिस्टम (कि जो में समझता हूं, वही ठीक है) और बेकार की बातों से भारी कर लिया है। आजकल फिजिकल फिटनेस, वेट लॉस थैरेपी और डाइट चार्ट के बारे में भरपूर एवेयरनेस है, और अपने शरीर के वजन के लिए हम बहुत उपाय करते हैं। लेकिन जब इमोशनल भारीपन की बात आती है, तो हम जानते ही नहीं कि हम कितना नेगेटीविटी का वजन लेकर चल रहे हैं?
4. मन से हल्का रहने को इंपोरटेन्स दें, अपने आप से प्यार करें और अपनी लाइफस्टाइल को ईमानदारी और पोजीटीविटी से जीएं। अपने लक्ष्यों पर फोकॅस करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए अनुशासित जीवन जीएं।
आत्मिक स्थिरता सिखाती है कि न तारीफ में खोएं, न आलोचना से दुखी हों। जानें अध्यात्मिक दृष्टिकोण से स्थिर और शांत रहने के उपाय।
सच्चा प्रेम तब आता है जब हम स्वयं से और परमात्मा से जुड़े होते हैं। निस्वार्थ प्रेम हमारे मन को शांति और आत्मिक शक्ति देता है।
‘मैं करूँगा’ कहें, ‘मैं कोशिश करूँगा’ नहीं। सोच और शब्दों की पॉजिटिव एनर्जी सफलता को आकर्षित करती है। आज से अपने शब्द बदलें।