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राजयोग के 4 सब्जेक्टऔर उनके महत्व (भाग 1)

राजयोग के 4 सब्जेक्ट और उनके महत्व (भाग 1)

यह समय कलियुग का अन्त समय है जब परमात्मा हमें राजयोग सिखा रहे हैं। भारत में लंबे समय से राजयोग; अपने विभिन्न रूपों के माध्यम से अस्तित्व में रहा है और कई आत्माओं ने इससे लाभ उठाया है। परन्तु कोई भी स्पष्ट रूप से नहीं जानता कि, वास्तविक राजयोग परमात्मा ने ही 5000 वर्ष पहले सिखाया था, जब हम कलियुग के अन्त में थे। साथ ही, यह भी कोई नहीं जानता कि राजयोग सीखने, इसका अभ्यास करने और इसके चार सब्जेक्ट को अपने जीवन में अपनाने से हमारी आत्माएँ शुद्ध होती हैं। और फिर आखिर में आत्माएं शुद्ध होने के बाद, अपने निज स्वरूप पवित्रता, शांति, प्रेम और आनंद की उच्च एवेअरनेस में चली जाती हैं और फिर स्वर्ण युग या सतयुग का निर्माण होता है। यह पूरे 5000 वर्ष पहले हुआ था और, अब हम फिर से कलियुग के अंत में आ पहुंचे हैं, और विश्व की सभी आत्माएँ 5000 वर्षों के चक्र में कई जन्मों की यात्रा करके अशुद्ध हो चुकी हैं। तो अब फिर से परमात्मा हमें राजयोग और उसके 4 सब्जेक्ट के द्वारा सतयुग की स्थापना कर रहे हैं। ये सब्जेक्ट क्या हैं और इनका क्या महत्व है?

आइये समझते हैं –

  1. आध्यात्मिक ज्ञान को सुनना और उसका स्वरूप बनना – आध्यात्मिक ज्ञान (स्पिरिचुअल नॉलेज) राजयोग का पहला सब्जेक्ट है, जिसमें परमात्मा; आत्मा, उसके आध्यात्मिक स्वरूप, ओरिजिनल गुण, ओरिजिनल और शाश्वत आध्यात्मिक घर और उसके जन्म और पुनर्जन्म के चक्र के बारे में बताते हैं। साथ ही, वे अपने बारे में संपूर्ण ज्ञान देते हैं – उनका नाम, आध्यात्मिक रूप, गुण, और वर्ल्ड ड्रामा में उनकी भूमिका। और अंत में, इस वर्ल्ड ड्रामा का ज्ञान, इसकी ड्यूरेशन और इसके विभिन्न युग और इसके एक्यूरेट हिस्ट्री जोग्रफी का ज्ञान भी उनके द्वारा दिया जाता है। साथ ही, वह यह भी सिखाते हैं कि, ये ड्रामा पृथ्वी ग्रह पर होता है, जिसमें आत्माएं और परमात्मा अलग-अलग भूमिका निभाते हैं, आत्माएं फिजिकल नेचर के संबंध में आती हैं। हम सभी प्रतिदिन परमात्मा से आध्यात्मिक ज्ञान सुनते और सीखते हैं। यह हमें न केवल बुद्धिमान बनाता है, बल्कि हमें शांति, आनंद और शक्तियों से भी भर देता है। परमात्मा कहते हैं कि, प्रतिदिन उनके द्वारा सुनाए गये ज्ञान को, पूरे दिन अपनी एवेअरनेस में रखकर कर्म करने चाहिए। यह हमें दिनभर  सकारात्मक और शक्तिशाली बनाए रखेगा।

(कल भी जारी रहेगा…)

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