अपने कार्य और जीवन के बीच संतुलन बनाना

अपने कार्य और जीवन के बीच संतुलन बनाना

हमारा काम हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन कभी-कभी हम अपने काम को बाकी सब चीजों पर हावी होने देते हैं। हम सब को अपने जीवन के सभी पहलुओं को समान इम्पोर्टेंस देकर, बैलेंस्ड रखने की जरूरत है। जब हम शिकायत करते हैं कि मेरे पास अपने काम और व्यक्तिगत जीवन को संतुलित करने के लिए समय नहीं है, तो हम अपने जीवन के तीन इम्पोर्टेन्ट पहलुओं;  स्वयं, अपने परिवार या अपने कार्य के प्रति, ध्यान न देकर- समय का सही उपयोग न कर पाने का एक्सक्यूज़ देते हैं, तो आइये देखें; कैसे हम इन तीनों को बैलेंस कर सकते हैं-

  1. अपनी प्राथमिकताओं (प्रिऑरिटीज) को चेक करें – हमारे जीवन में प्रायः इनका सीक्वेंस है- वर्क, फ़ैमिली, फिर अगर समय बचे मैं- स्वयं हो सकता हूँ। हमारी आत्मा बीज है, परिवार तना है, और बाकी सारा काम; जो हम करते हैं, वह वृक्ष है। तो हमारी प्राथमिकता पेड़-तना-बीज नहीं हो सकती, बल्कि बीज-तना-फिर बाकी पेड़; यह क्रम होना चाहिए, इसलिए अपनी प्राथमिकता बदलें: पहले स्वयं, फिर परिवार और बाकी कार्य।
  2. अपने समय को अच्छे से बैलेंस करें– हर सुबह एक घंटे का मी-टाइम; स्वयं के लिए मेडिटेशन और शारीरिक व्यायाम करने के लिए रखें, सोने के लिए 6-7 घंटे का समय फिक्स करें, निर्धारित समय पर भोजन करें और खाना मन से खाएं। दिन के 3 से 4 घंटे अपने परिवार के साथ बिताएं।
  3. एक बार जब आप अपने मन को पोषण देने, अपने शरीर को मजबूत करने और सुंदर संबंध बनाने के लिए समय निर्धारित कर लेते हैं, तो आप अपने वर्क पर अपना 100% प्रतिशत से अधिक दे सकते हैं, और साथ ही अपने मन की बात को समझने, सही निर्णय लेने की क्षमता, सहयोग करने और ओवरऑल प्रोडक्टिविटी में भी वृद्धि होती है। आप कम समय में भी ज्यादा हासिल कर पाते हैं। इसलिए इम्पोर्टेन्ट है कि, अपने जीवन में बैलेंस और हॉर्मोनी लाने की शुरुआत भी, स्वयं की देखभाल से ही होती है।

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