जल्दी सोने और जल्दी उठने के 5 फायदे

जल्दी सोने और जल्दी उठने के 5 फायदे

  1. मानसिक ताजगी और आंतरिक शक्ति का अनुभव करना – आध्यात्मिकता का एक महत्वपूर्ण पहलू है; जल्दी सोना और जल्दी उठना। यह केवल कुछ घंटों की नींद की क्वालिटी के बारे में नहीं है, जो आपको तरोताजा महसूस कराती है, बल्कि आपके सोने से लेकर जागने तक ये आपके दिमाग को हल्कापन और हाई एनर्जी की भावना देता है। यह भी प्रकृति का एक नियम है, जिसे आजकल आधुनिक मानव तोड़ता जा रहा है जिससे न केवल पूरे दिन मूड खराब रहता है, बल्कि इसकी वजह से थोडी सी बात में, चिड़चिड़ापन और थकावट महसूस करते हैं ।
  2. मेडीटेशन के द्वारा परमात्मा से जुड़ना – दिनभर के अपने विचारों, शब्दों और कार्यों को समेटने के बाद, जल्दी सोने से मन सशक्त बनता है और मौन होकर स्टेबल हो जाता है। ऐसे व्यक्ति प्रात: काल उठने के बाद दृढ़ संकल्प और हल्केपन से भरे हुए मन से परमात्मा की याद में अपने दिन की शुरुआत करते हैं और अपनी एवेअरनेस में भी परमात्मा का आध्यात्मिक प्रकाश और शक्ति को प्राप्त करते हैं।
  3. प्रात:काल प्रकृति के शुद्ध वाईब्रेशन को अनुभव करना – प्रात:काल, सूर्योदय से पूर्व मनुष्य अपनी प्यूरेस्ट एवेअरनेस में होता है और साथ ही चारों तरफ सुंदर वाईब्रेशन फैले होते हैं, जिसकी वजह से प्रकृति बहुत ताजी, शांति और पवित्रता से भरी होती है। ऐसे में, जब हम रात की अच्छी नींद के बाद सवेरे जल्दी उठते हैं, तो हम अपने चारों ओर मौन का अनुभव करते हैं और अपने आसपास के वातावरण की प्युरिटी को भी ग्रहण कर, स्वयं को बहुत हल्का और श्रेष्ठ महसूस करते हैं।
  4. अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य और मेंटल पावर का अनुभव करना – आमतौर पर यह देखा गया है कि जो लोग जल्दी सोने और जल्दी उठने और सही समय पर सोने की आदत का पालन करते हैं, उनका शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होने के साथ, उनके शरीर के सभी सिस्टम भी अच्छे तरीके से फंक्शन करते हैं। साथ ही, वे बेहतर मेंटल हेल्थ और एक स्टेबल मन के मलिक होते हैं जोकि दिमागी रूप से भी, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में, शरीर के माध्यम से बेटर परर्फोर्म करने के साथ, सभी चीजों में पोजिटीविटी लाकर, जीवन में अधिक सफलता पाते हैं।
  5. सपनों रहित और हाईअर एवेअरनेस की नींद का अनुभव – आध्यात्मिकता का एक बहुत महत्वपूर्ण पहलू होता है कि, आपके विचार कितने शांतिपूर्ण हैं और आपकी नींद की क़्वालिटी कैसी है? शांतिपूर्ण नींद वह है जिसमें सोते समय कोई सपने न आएं। इसके अलावा, देर तक सोने से हमारा दिमाग और शरीर भी ठीक तरह से काम नहीं करते, क्योंकि यह शरीर की बायलोजिकल क्लॉक को प्रभावित करते है साथ ही आत्मिक स्वास्थ्य पर भी नेगेटिव असर पड़ता है, जिससे सपनों भरी नींद और दिनभर नेगेटिव व वेस्ट विचार चलते रहते हैं।

नज़दीकी राजयोग सेवाकेंद्र का पता पाने के लिए

शांति का अनुभव करने के लिए 5 प्रतिज्ञाएँ (affirmation)

30th May – आत्म सशक्तिकरण

शांति का अनुभव करने के लिए 5 प्रतिज्ञाएँ (affirmation) मैं आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर एक सितारा हूँ, जो मस्तक के बीचो-बीच विराजमान है… मैं शांति

Read More »
अपने कार्य और जीवन के बीच संतुलन बनाना

29th May – आत्म सशक्तिकरण

अपने कार्य और जीवन के बीच संतुलन बनाना हमारा काम हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता

Read More »
मन के ट्रैफिक को कण्ट्रोल करना

28th May – आत्म सशक्तिकरण

मन के ट्रैफिक को कण्ट्रोल करना हमारे विचार हमारे भाग्य का निर्माण करते हैं। इसलिए हमें एक भी गलत विचार क्रिएट नहीं करना चाहिए। तो,

Read More »