6th april soul sustenance hindi

अपने डेली रुटीन में समय का पाबंद होना/ सम्मान करना

हममें से सभी किसी न किसी को जानते हैं जो अक्सर देर से आता है और उसके लिए बहानें जैसे कि, स्लो ट्रैफिक या कार के खराब होने को जिम्मेदार ठहराता है। जीवन भर समय का पाबंद होना, एक अच्छी आदत होनी है, क्योंकि समय का दुरुपयोग करना अनैतिक (unethical) है। फिर भी, कुछ लोग इसको बहुत केजुअल या नॉर्मल लेते है। समय का पाबंद होना माना; समय पर आने के साथ- साथ, दूसरों के समय का सम्मान करने के बारे में भी है। क्या आपने कभी, दूसरों द्वारा आपके समय का सम्मान नहीं किया जाना फ़ेस किया है? क्या वे देर से मीटिंग में आते हैं, डेडलाईन का पालन नहीं करते हैं, या आपको बेकार की बातचीत में घसीटते हैं? इससे भी महत्वपूर्ण बात है कि क्या आप कभी चेक करते हैं कि आप अपने समय को कितना वेल्यू करते हैं? हम सभी चाहते हैं कि समय हमारा सहयोग करे और जीवन में हम जो करना चाहते हैं वो कर सकें। लेकिन यह तभी संभव है, जब हम समय के साथ प्यार और सम्मान का रिश्ता बनाएं, ठीक वैसे ही जैसे हम लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाते हैं। आप देखेंगे कि इसके बाद, समय हमारी उपलब्धियों में,  रिश्तों को बेहतर बनाने में, बेहतर स्वास्थ्य पाने में, या लाभकारी आदतें अपनाने में हमेशा हमारा साथ देगा। समय एक एनर्जी है और हर एक सेकंड मायने रखता है। तो आइए, हम दिन के पहले 30 मिनट का उपयोग अपने दिमाग को सक्रिय करने के लिए करें। इससे यही समय; हमें सही विचारों, बात- चीत और संबंधों में हेल्प करेगा, और हमारे कार्य और चेलेन्जेस को समय रहते पूरा करने में मदद करेगा। समय का पाबंद होना, अनावश्यक कार्यों और बातचीत में समय बर्बाद न करना, अपने कार्य और रिश्तों से जुडे कमिटमेन्ट का सम्मान करते हुए, अन्य लोगों के समय का सम्मान करना भी महत्वपूर्ण है।

आज से ही अपनी सभी गतिविधियों में, समय का पाबंद होना शुरू कर दें। सुनिश्चित करें, कि आप हमेशा समय पर या समय से पहले पहुंचे । नेचुरली इसका अभ्यास करें। अपने दिन की शुरुआत थोडा जल्दी करें, पहले से पूरे दिन की योजना बनाएं और अपने शेड्यूल का सख्ती से पालन करें। सभी आवश्यक कार्यों के लिए एक निर्धारित समय रखें। बेकार में देरी न करें और आखिरी मिनट तक कार्य को कम्प्लीट करने की प्रतीक्षा न करें। अगर आपको कहीं पहुंचना है, तो किसी अचानक आने वाली स्थिति से बचने के लिए और समय पर या समय से पहले पहुंचने के लिए, 15 मिनट का एक्सट्रा समय रखें। किसी भी स्थिति में समय के पाबंद होने के डिसीप्लिन को फालो करें । प्रत्येक कार्य पर अपना पूरा फोकस दें, स्पष्ट रूप से सोचने का समय रखें, सही निर्णय लेकर उन्हें इमप्लीमेन्ट करें। समय की पाबंदी, आपको विश्वसनीय और कुशल बनाती है। भले ही आपके आस-पास के लोग समय के पाबंद न हों, फिर भी अपनी आदत न छोड़ें। आपकी योजना और बेहतरीन इरादों के बावजूद अगर देरी होती है, तो पहले से बातचीत करें और सुनिश्चित करें कि दोबारा ऐसा न हो। अपनी रेपुटेशन के साथ-साथ, समय पर कार्य पूरा न होने की बेचैनी से भी स्वयं को तनावमुक्त रखें। याद रखें, जब हम समय की कद्र करने लगते हैं तो समय भी हमारी कद्र करने लगता है।

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