आध्यात्मिकता की शक्ति से नकारात्मक परिस्थितियों को कैसे पार करें (भाग 1)

November 17, 2023

आध्यात्मिकता की शक्ति से नकारात्मक परिस्थितियों को कैसे पार करें (भाग 1)

हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू, जो अक्सर उस डायरेक्शन में चला जाता है जहां हम नहीं चाहते कि कैसे हम अपनी मेंटल वेलबीइंग की देखभाल करते हैं और कैसे यह हमारे समग्र व्यवहार और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करता है। जैसे: यदि आज हम सकारात्मक मूड में हैं, तो हमारे सभी कार्य स्वतः ही उससे प्रभावित होने लगेंगे और हमारे मन की सकारात्मक भावनाएँ हमारी बातचीत में दिखाई देने लगेंगी। इसके विपरीत यदि हमारे जीवन में अचानक कोई नकारात्मक और कठिन परिस्थिति आती है और हमारा मन नकारात्मक दिशा में चला जाता है, तो हमारे सभी कार्य भी ऑटोमैटिकली उसी वे में चले जाते हैं।

तो आएं जानें कि कैसे हम इस प्रॉसेस को रोकें? अपने मन को कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के प्रभाव में आने से रोकने के लिए कौन सी विधि बेस्ट रहेगी? क्या कोई ऐसी विधि है जिसका उपयोग हम अपने मन के लिए कर सकते हैं ताकि इस पूरे प्रोसेस को सबसे पहले माइंड के लेवल पर ही रोक दिया जाए? मान लीजिए, आज आप शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस नहीं कर रहे हैं तो यह एक प्रकार की नकारात्मक स्थिति है। और माना किसी और दिन, कार्यस्थल पर आपके बॉस का व्यवहार आपके प्रति अच्छा नहीं रहा और आप अपने चारों तरफ की सिचुएशन से असहज महसूस करते हैं। तो यह भी एक नकारात्मक स्थिति है। हम सभी के जीवन में ऐसे उतार-चढ़ाव आना बहुत आम बात है और वे कदम कदम पर आते रहेंगे, लेकिन क्या हमारा बिहेवियर उनसे प्रभावित हो जाता है या क्या हम यह सुनिश्चित करते हैं कि वे हमारी नियमित दिनचर्या और लोगों के साथ हमारे व्यवहार में हस्तक्षेप न करें? बेशक, कोई भी अपने ऊपर किसी तरह का बोझ नहीं चाहता लेकिन साथ ही हमें परिस्थितियों को सकारात्मक तरीके से डील करना भी सीखना होगा। लेकिन ध्यान रखने वाली बात है कि, ऐसा करते समय आप अपनी इनर स्टेबिलिटी न खोएं जिससे आपके कार्य सकारात्मक और शांति, प्रेम और खुशी से भरपूर रहेंगे।

(कल भी जारी रहेगा…)

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