
क्या सोशल मीडिया पर लाइक करना मायने रखता है?
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January 30, 2025
क्या आपने कभी किसी से कहा है या किसी ने आपसे कहा है कि तुमने यह आदत बचपन से बना ली है, यह कभी नहीं बदलेगी? क्या आप मानते हैं कि किसी पुरानी और मजबूत आदत को, बदलना मुश्किल या असंभव है? इसके लिए सबसे पहले हमें यह कहने की आदत बदलनी होगी कि मैं अपनी आदत नहीं बदल सकता। कोई भी अस्वस्थ या असुविधाजनक आदत बदली जा सकती है। यह कहना छोड़ दें कि मेरी देर से आने की आदत है… मुझे गॉसिप करने की आदत है… मुझे चिड़चिड़े होने की आदत है… मुझे नाश्ता छोड़ने की आदत है… मैं इन्हें नहीं बदल सकता। क्या आप जानते हैं कि जो काम आप बार-बार करते हैं, वह आपकी आदत बन जाती है। अब, अगर हम उसे कुछ देर के लिए टालें या बदलें, तो पुरानी आदत खत्म हो जाती है। लेकिन, हमें लगातार उस पर काम करना होगा, चाहे पहले हम असफल रहे हों। अगर हमने हार मान ली, तो हमारी आदत मजबूत हो जाती है और हमारी इच्छाशक्ति कमजोर। आइए अपनी असुविधाजनक आदतों का सामना करें और खुद से पूछें कि मुझे यह आदत क्यों बदलनी चाहिए? इसे कैसे बदलूं? क्या मैं इसे बदलना चाहता हूं? जब बदलने की इच्छा तीव्र होती है, तो आदत बदलना आसान हो जाता है।
क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जिसने कभी कोई आदत नहीं बदली? शायद कोई नहीं। हम सभी ने कुछ नयी आदतें बनाई हैं और उन्हें किसी कारण से बदला भी है। यह एक गलत विश्वास है कि हम अपनी आदतें नहीं बदल सकते, यह विचार नकारात्मक आदतों को मजबूत करता है और हमें बदलाव लाने से रोकता है। थोड़ा रुकें और जांचें कि आप अपनी आदतों को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं? आपकी आदतें आपको नियंत्रित नहीं कर सकतीं। जब आप बार-बार अपनी आदतों को चेक करेंगे और अपने विचारों में अपनी नई वास्तविकता क्रिएट करेंगे, तो आपकी इच्छाशक्ति बढ़ेगी। आप असुविधाजनक आदतों, निर्भरताओं और व्यसनों को छोड़ देंगे। आप आसानी से यह तय कर पाएंगे कि आपके मन में क्या रहना चाहिए और क्या नहीं। कोई भी आदत ऐसी नहीं होगी जिसे आप बदल न सकें। न केवल छोटी मोटी आदतें जैसेकि अधिक चाय या कॉफी पीना, या खाना खाते समय टीवी देखना, बल्कि गहरी आदतों और व्यसनों को भी आप छोड़ सकते हैं। अंततः आप वही बनेंगे जो आप बनना चाहते हैं।
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