अपने मन के राजा बनें और शासन करें (भाग 3)

October 30, 2024

अपने मन के राजा बनें और शासन करें (भाग 3)

सदियों से दुनिया भर में अलग-अलग क्षेत्रों पर शासक राज करते आए हैं। एक समय था जब शासक पूरी दुनिया पर राज करते थे। उनके राज्य में दुख, घृणा, अन्याय या अशांति का कोई नामोनिशान नहीं था। आज हम इन शासकों को देवता और देवियाँ के रूप में जानते हैं। उनकी सफलता का रहस्य क्या था? उनके पास राज करने के कौशल के साथ-साथ सफलता के लिए आवश्यक सभी शक्तियाँ थीं। तो मुझ आत्मा; एक रूहानी राजा की, सफलता का रहस्य क्या है? मैं अपनी रूहानी शक्तियों को बढ़ाता हूँ और उन्हें अपनी पर्सनालिटी का हिस्सा बनाता हूँ। लेकिन कैसे? स्वयं द्वारा पॉजिटिव एफरमेशन क्रिएट जैसेकि; शांति, प्रेम, आनंद और शक्ति जैसे गुणों के विचारों का निर्माण करके, जिनका विवरण कल के संदेश में दिया गया था।

 

ये गुणयुक्त विचार, जब हर दिन हमारे चेतन मन (कांशियस माइंड) में बार-बार लाए जाते हैं, तो धीरे-धीरे ये हमारे अवचेतन मन (सबकांशियस माइंड) पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इससे मेरा यानि कि एक रूहानी राजा का व्यक्तित्व, उन गुणों से भर जाता है। और ये गुण बदले में रूहानी शक्ति को बढ़ाते हैं। इससे मैं एक शक्तिशाली राजा बन जाता हूँ, जिसके पास आठ मुख्य रूहानी शक्तियाँ होती हैं- सहनशक्ति, समाने की शक्ति, सामना करने की शक्ति, परखने की शक्ति, निर्णय लेने की शक्ति, विस्तार को सार में लाने की शक्ति, पैकअप करने की शक्ति और सहयोग की शक्ति। इस प्रकार से, राज्य के मंत्री यानि कि विचार और भावनाएं और राज्य के लोग यानि कि दृष्टिकोण, अभिव्यक्तियां, शब्दों और कर्मों के द्वारा अपने शक्तिशाली राजा की आज्ञा का पालन करते हैं। सभी बाहरी परिस्थितियों का जवाब राजा के व्यक्तित्व; यानि गुणों और आठ शक्तियों के अनुरूप देना सीखते हैं। जैसा राजा, वैसे मंत्री; जैसे मंत्री, वैसे लोग परिणामस्वरूप पूरे राज्य में शांति, प्रेम और आनंद का वातावरण बनता है। ऐसा सुव्यवस्थित राज्य उच्च आत्म-सम्मान का राज्य होता है। साथ ही, यह हर दिन जिन अन्य लोगों से जुड़ता है, उनके द्वारा भी सम्मानित किया जाता है क्योंकि ऐसे राज्य और राजा से निकट संबंध रखने वाले लोग हमेशा इन गुणों और शक्तियों का अनुभव करते हैं।

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