अपने रोल से होने वाले तनाव से बचें – यह केवल एक रोल है
नौकरी की असुरक्षा आत्मसम्मान और सेहत पर असर डालती है। जानें तनाव प्रबंधन, सकारात्मक सोच, और नई नौकरी पाने के आसान तरीके।
December 1, 2023
खुशी एक ऐसी फीलिंग है जो हम सभी अपने जीवन में हर पल चाहते हैं पर फिर भी हम सभी ने अपने मन की कंडीशनिंग कुछ इस तरह से कर ली है कि,जब तक हमारी इच्छाएं पूरी नहीं हो जाती हम खुश नहीं हो पाते और अपनी खुशियों को भविष्य के लिए टाल देते हैं। इतना ही नहीं हम यह सोच सोच कर डरते रहते हैं कि यदि हमारी इच्छाएं पूरी नहीं हुई तो क्या होगा? और यह डर हमारे आज को भी प्रभावित करता है। इसलिए हमें यह याद रखना चाहिए कि जहां डर है वहां खुशियों की कोई गुंजाइश नहीं।
आइए इसके लिए स्वयं को कुछ समय दें और देखें कि जीवन की यात्रा में अपने लक्ष्यों को हासिल करते हुए, खुशी का अनुभव करने के लिए अपने माइंड को कैसे प्रशिक्षित किया जाए।
एफर्मेशंस
इन एफर्मेशंस के साथ स्वयं को याद दिलाएं – मैं खुशमिजाज हूं. मैं जिंदगी के हर सीन से खुश हूं. मैं जीवन में बहुत सारी भूमिकाएँ निभाता हूँ… मेरे ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियाँ हैं… मैंने बहुत सारे लक्ष्य निर्धारित किये हैं… लेकिन मैं उन सभी पर काम करते हुए अपनी मेंटल वेल बीइंग का ध्यान रखता हूँ… मैं खुश रहकर सब कुछ करता हूँ। मेरी ख़ुशी मेरी उपलब्धियों, संपत्ति या रिश्तों पर निर्भर नहीं करती है। मैं अपनी खुशियों को कल पर नहीं टालता और ना ही उनके पीछे भागता हूं। मेरे जीवन में खुशियों का आधार सफलता नहीं है। लोगों का व्यवहार, परिस्थितियों का प्रभाव मेरी खुशियों पर नहीं पड़ता है। मैं हमेशा खुश रहता हूं। खुशी की तलाश के लिए मुझे बाहर नहीं देखना पड़ता बल्कि यह तो मेरे अंदर है। मैं किसी लक्ष्य को निर्धारित करने से पहले, उसे हासिल करने के दौरान और हासिल करने के बाद भी एक समान खुश रहता हूं। मुझे खुश रहने के लिए कुछ करने की आवश्यकता नहीं है। खुशियां मेरी सोच में हैं और मैं इन्हें चारों तरफ रेडिएट करता हूं जिससे मुझे सदा सफलता मिलती है। मेरे मन की दशा बाहरी खुशियों पर निर्भर नहीं करती क्योंकि, मैं स्वयं एक हैप्पी बीइंग वा खुशस्वरूप आत्मा हूं।
इन एफर्मेशंस को दोहराने से आप अपनी खुशियों को कल पर नहीं टालेंगे। याद रखें, आप स्वयं अपनी खुशियों के लिए जिम्मेवार हैं और जब आप इस जिम्मेवारी को समझने लगते हैं तो आप कभी दूसरों को या परिस्थितियों को अपनी खुशियों के लिए जिम्मेवार नहीं मानेंगे और जो भी कार्य करेंगे उसमें स्वयं को खुश ही पाएंगे।
नौकरी की असुरक्षा आत्मसम्मान और सेहत पर असर डालती है। जानें तनाव प्रबंधन, सकारात्मक सोच, और नई नौकरी पाने के आसान तरीके।
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अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
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