
क्या सोशल मीडिया पर लाइक करना मायने रखता है?
क्या सोशल मीडिया पर मिलने वाले लाइक्स और कमेंट्स आपकी पहचान तय करते हैं? जानें कि कैसे पब्लिक ओपीनियन से खुद को आज़ाद करें और डिजिटल लाइफ को बैलेंस में रखें।
December 22, 2024
कई बार हम यह भूल जाते हैं कि हमारा पर्स या फोन कहाँ रखा है? या दफ़्तर पहुँचने पर हमें याद नहीं आता कि घर का दरवाज़ा लॉक किया था या नहीं, लाइट्स बंद की थीं या नहीं। भूलने की आदत का मतलब है कि हमारा मन व्यस्त, थका हुआ या फिर चिंताओं से भरा हुआ है। क्या आप अक्सर बातचीत के बीच में कहीं और खो जाते हैं? क्या आप चीज़ें या काम को बार-बार भूल जाते हैं? अगर हाँ, तो भूलने की आदत आपकी दिनचर्या को प्रभावित कर रही है। आइए इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातों को जानें:
क्या सोशल मीडिया पर मिलने वाले लाइक्स और कमेंट्स आपकी पहचान तय करते हैं? जानें कि कैसे पब्लिक ओपीनियन से खुद को आज़ाद करें और डिजिटल लाइफ को बैलेंस में रखें।
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