चरित्र में सुंदरता (भाग 1)

September 23, 2024

चरित्र में सुंदरता (भाग 1)

हमारी ज़िन्दगी का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है कि हम हर कदम पर, हर मिलने वाले व्यक्ति को अपना प्यार और शुभकामनाएं देते चलें। हम सब जानते हैं कि एक अच्छे स्वभाव वाला व्यक्ति कैसा होता है और हमें ऐसा होना चाहिए और सबको खुशियाँ बाँटनी चाहिए। हम ये भी भलीभांति जानते हैं कि दुनिया में अच्छे स्वभाव वाले लोग किस तरह दूसरों से अलग और सबसे ऊपर होते हैं, अर्थात सब के दिलों में राज करते हैं। ऐसे व्यक्ति को अधिक सम्मान मिलता है और साथ ही उनको सभी का आशीर्वाद भी अधिक प्राप्त होता है। कितनी बार हम कहते हैं कि ऐसा व्यक्ति बहुत दयालु है, वो हमेशा सभी का ख्याल रखता है और हर मिलने वाले को सहयोग देता है। तो, क्या आपने कभी एक अच्छे चरित्र वाला व्यक्ति बनने के बारे में सोचा है? हम सब जानते हैं कि जो व्यक्ति पवित्रता के साथ बोलता और कार्य करता है, उसे उच्च संस्कारों वाले व्यक्ति के रूप में देखा जाता है। 

 

ऐसे में, भौतिक या आर्थिक सफलता का क्या लाभ, यदि वह व्यक्ति जो सफल हुआ है, अच्छे व्यक्ति होने की कसौटी पर खरा नहीं उतरता या अच्छे व्यवहार और स्वभाव का मालिक नहीं है? ऐसा व्यक्ति भले ही भौतिक संपत्ति, प्रसिद्धि और सफलता का टैग हासिल कर ले, लेकिन क्या वह सभी का दिल जीत पाता है या आशीर्वाद ले पाता है? क्योंकि जब तक आप एक व्यक्ति के रूप में प्यार और सम्मान प्राप्त नहीं करते, तब तक आप आंतरिक खुशी और संतोष का अनुभव नहीं कर सकते, भले ही आपने बाहरी रूप से कितनी भी सफलता प्राप्त कर ली हो। आखिरकार, अक्सर कहा जाता है- जो दिल जीतता है वही धन्य होता है…! दूसरी ओर, जो व्यक्ति सिर्फ प्रशंसा प्राप्त करता है लेकिन प्रेम नहीं, उसे आशीर्वाद का उपहार नहीं मिलता और वह हमेशा असंतुष्ट और दुखी रहता है। इसलिए प्रेम में ऊँचा उड़ने के लिए, एक सुंदर आंतरिक व्यक्तित्व को बनाए रखते हुए और एक सकारात्मक व्यक्ति बने रहकर, सभी का आशीर्वाद प्राप्त करते रहें। ऐसा कोई भी व्यक्ति न हो, जिसे आप पसंद न करते हों या जो आपको पसंद न करता हो।

(कल जारी रहेगा…)

नज़दीकी राजयोग सेवाकेंद्र का पता पाने के लिए

18 march 2025 soul sustenance hindi

नकारात्मक विचारों को आध्यात्मिक शक्ति से बदलना (भाग 3)

आंतरिक शक्ति विकसित करने के लिए दृढ़ संकल्प और सकारात्मक सोच जरूरी है। जानिए कैसे संस्कार बदलकर, मेडिटेशन और ईश्वर से जुड़कर अपनी आत्मशक्ति को मजबूत बनाएं।

Read More »