
क्या सोशल मीडिया पर लाइक करना मायने रखता है?
क्या सोशल मीडिया पर मिलने वाले लाइक्स और कमेंट्स आपकी पहचान तय करते हैं? जानें कि कैसे पब्लिक ओपीनियन से खुद को आज़ाद करें और डिजिटल लाइफ को बैलेंस में रखें।
August 22, 2024
जब भी आप अपने दिन की शुरुआत करते हैं तो यह अत्यंत आवश्यक है कि स्वयं को कुछ सकारात्मक विचार दें, जो आपके मन को शुद्ध चेतना और दूसरों के प्रति सही दृष्टिकोण की तरफ ले जायें। हम सभी जानते हैं कि स्वच्छता आत्मा का मूल संस्कार है और स्वच्छता वहीं होती है जहाँ हमारे मन में शांति, प्रेम, आनंद और शक्ति होती है। साथ ही, जहाँ गुस्सा, अहंकार, ईर्ष्या, नफरत जैसी अन्य बुराइयाँ और अतीत या भविष्य के बारे में अत्यधिक सोचने या दूसरों के बारे में नकारात्मक सोच के लिए कोई जगह नहीं होती, जो कभी-कभी अनावश्यक होता है।
इसलिए, जब हम अपनी दैनिक दिनचर्या शुरू करते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि उससे पहले कुछ सकारात्मक पढ़ें और अपने मन को सकारात्मकता से भरें, जो दिनभर हमारे मन को व्यस्त और उत्साहित रखेगा। सुबह-सुबह मन को दिये गए, आध्यात्मिक ज्ञान और व्यवहारिक सुझावों को पढ़ने से ये सशक्त बनेगा, आपका दृष्टिकोण बदल जाएगा और आप मानसिक रूप से ताज़ा और शक्तिशाली महसूस करेंगे। दूसरी ओर, एक खाली मन, अर्थात् वह जो अपने आप को सकारात्मक विचारों से नहीं भरता है, वो आसानी से दिन के कई प्रकार के उतार-चढ़ावों से कार्यस्थल या फ़िर आपके परिवार में विभिन्न व्यक्तियों के अलग-अलग नेचर के प्रभाव में आ सकता है। सकारात्मक विचारों से भरपूर व्यक्ति हमेशा जीवंत और ऊर्जा से भरा होता है, संतुष्टता का प्रकाश फैलाता है और जीवन की विभिन्न परिस्थितियों के बारे में कोई शिकायत नहीं करता। जैसे कि हम जानते हैं कि भोजन, आराम और व्यायाम स्वस्थ शरीर की कुंजी हैं। उसी तरह, स्वयं को आत्मा के रूप में अनुभव करना और अपनी बुद्धि की आँखों से अपने आध्यात्मिक पिता, परमात्मा या ईश्वर को देखना और महसूस करना, अपनी आत्मा को उनकी आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता से चार्ज करना एक तरह का व्यायाम है। विचारों और कल्पना की शक्ति के माध्यम से परमात्मा से जुड़ने का यह व्यायाम, आत्मा को बहुत शक्ति देता है। साथ ही, सकारात्मक विचार या ज्ञान आत्मा के लिए भोजन की तरह होते हैं। आत्मा के लिए आराम, शांति का अनुभव करना और पूरे दिन विभिन्न तरीकों से परमात्मा से प्रेम करना अथवा उन्हें याद करना है। परमात्मा सदा हमारे साथ हैं और हमें सिखाते हैं कि, हम प्रत्येक आत्मा को शुभकामनाएँ कैसे भेजें और उन्हें परमात्मा के साथ शुद्ध प्रेम के बंधन में कैसे बाँधें। इसलिए, कार्य करते समय उनके साथ का आनंद लेना और उनसे प्राप्त प्रेम की तरंगों को दूसरों को देना, आत्मा को बहुत शांति, आराम और संतुष्टि देता है। इसका कारण यह है कि जिन लोगों के साथ आपने परमात्मा द्वारा दिए गए प्रेम को साझा किया है, बदले में आपको उनसे बहुत आशीर्वाद मिलता है।
(कल जारी रहेगा)
क्या सोशल मीडिया पर मिलने वाले लाइक्स और कमेंट्स आपकी पहचान तय करते हैं? जानें कि कैसे पब्लिक ओपीनियन से खुद को आज़ाद करें और डिजिटल लाइफ को बैलेंस में रखें।
“क्या आप सच में अपने जीवन से संतुष्ट हैं? जानिए आत्मसंतुष्टि के 6 गहरे आयाम – स्वयं, रिश्ते, परमात्मा और जीवन के प्रति सही दृष्टिकोण अपनाकर अपने भीतर स्थायी खुशी और संतोष कैसे पाएं!”
“क्या आप हमेशा ‘मैं बहुत बिजी हूं’ कहते हैं? यह आदत आपकी कार्यक्षमता और खुशी को कैसे प्रभावित करती है, जानें। आइए, बिजी से ईज़ी बनने का मंत्र अपनाएं और समय की कमी से मुक्त होकर जीवन का आनंद लें!”
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।