अंतर्मन के रावण को जलाकर स्वतंत्रता का अनुभव करना (भाग 1)
दशहरा का आध्यात्मिक संदेश – 12 अक्टूबर दशहरा; बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व है, जिसे श्रीराम और रावण के बीच के युद्ध
September 13, 2024
हम सभी इस जीवन रूपी नाटक में अभिनेता हैं और कई भूमिकाएं निभा रहे हैं। हर दृश्य में हमें अपनी स्क्रिप्ट लिखने और उसपर अभिनय करने की आवश्यकता होती है। लेकिन, अक्सर हम अपनी स्क्रिप्ट को समय नहीं देते बल्कि हम मानसिक रूप से दूसरों की स्क्रिप्ट लिखने में व्यस्त रहते हैं- जैसेकि उन्हें क्या कहना चाहिए, कैसे व्यवहार करना चाहिए, कब प्रतिक्रिया देनी चाहिए… आदि और इस तरह हम उनकी भूमिकाओं में उलझ जाते हैं और अपनी भूमिका भूल जाते हैं। हमें ये ध्यान रखना चाहिए कि लोग अपनी स्क्रिप्ट खुद लिखते हैं, वे हमारी अपेक्षाओं के अनुसार अभिनय नहीं कर सकते।
इससे जुड़ी कुछ बातों को जानें:
दशहरा का आध्यात्मिक संदेश – 12 अक्टूबर दशहरा; बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व है, जिसे श्रीराम और रावण के बीच के युद्ध
कल के संदेश में हमने बाहरी प्रभावों पर चर्चा की थी। आइए, आज कुछ आंतरिक प्रभावों के बारे में जानते हैं जो हमारे विचारों को
एक महत्वपूर्ण पहलू जो हमें ध्यान केंद्रित करने के स्वस्थ और सकारात्मक अनुभव में बने रहने नहीं देता, वे हमारे जीवन में हम पर पड़ने
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
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