09th feb 2025 soul sustenence hindi

February 9, 2025

दूसरों को देने वाले बनें (भाग 2)

पॉजिटिव एनर्जी को कम न होने दें

 

हमारी ज़िंदगी में कई तरह के लोग आते हैं, और कभी-कभी वे हमारे संस्कारों से बिल्कुल विपरीत होते हैं। अक्सर हमारे करीबी रिश्तेदार; पति-पत्नी, माता-पिता, बच्चा या भाई-बहन ऐसे होते हैं। ऐसे में, हमें उनके स्वभाव के अनुसार ढलने की ज़रूरत होती है। स्वयं को ढालने का मतलब सिर्फ अपने शब्दों या व्यवहार को ही नहीं बल्कि अपने विचारों को भी उनके मुताबिक करना होता है। हमें उनके स्वभाव को स्वीकार करना चाहिए, प्रश्न नहीं उठाना चाहिए या उनके बारे में परेशान नहीं होना चाहिए। घर में कोई व्यक्ति बहुत अहंकारी हो सकता है और उसे खुश करना मुश्किल हो सकता है। भले ही हम उन्हें पूरा प्यार और सम्मान दें, लेकिन फिर भी वे हमें वही भावनाएं वापस नहीं दे सकते। जिस दिन आप उसकी तारीफ करेंगे, वह आपसे अच्छे से बात करेंगे, लेकिन जिस दिन आप उनकी गलती बताएंगे, वह आपसे नाराज़ हो जाएंगे। आपके ऑफिस में भी कोई साथी ऐसा हो सकता है जो अपने हर सफल कार्य पर प्रशंसा की उम्मीद करता हो। अगर आप उसकी तारीफ करना बंद कर दें या किसी और की प्रशंसा करें तो वह निराश हो सकता है।

 

कुछ लोग ऐसे ही होते हैं। वे शायद ही किसी को कुछ दे पाते हैं, लेकिन दूसरों से वे हमेशा भावनात्मक सहारा और मज़बूती चाहते हैं। ऐसे रिश्ते की मज़बूती और गुणवत्ता इस पर निर्भर करती है कि आप उन्हें सही ऊर्जा देना जारी रखें। सवाल उठता है कि आप किस प्रकार ये ऊर्जा बनाए रखें? आप हमेशा उस सकारात्मक आध्यात्मिक ऊर्जा के असीम स्रोत; परमात्मा से कनेक्ट होकर स्वयं को भरपूर रख सकते हैं। परमात्मा; हमेशा हमें असीम भावनात्मक सहारा और शक्ति देने के लिए तैयार रहते हैं। उनकी एक ही श्रेष्ठ चाहना है कि हम सभी उनके हर गुण और शक्तियों से स्वयं को भरपूर करें, जिनकी हमें कभी भी जरूरत पड़ सकती है। इसके लिए, बस हमें उनसे जुड़ने और उनसे उन गुणों और शक्तियों को प्राप्त करने की आवश्यकता है ताकि हमें लोगों से कुछ पाने की आवश्यकता ही न रहे, बल्कि हमारे पास अच्छाईयों का भंडार हो जिसे हम दूसरों को दे सकें।

(कल जारी रहेगा…)

11 july 2025 soul sustenance hindi

अपशकुन और अंधविश्वास के प्रभाव से परे जीवन जिएं

https://youtu.be/Q2-JZbVPHhI ऐसी धारणा है कि कुछ ग्रहों, स्थानों, नंबर्स, रंगों, वस्तुओं, लोगों और या फिर कुछ दुष्ट मनुष्य-आत्माओं की एनर्जी और वाईब्रेशन जोकि साकार शरीर

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