10th jan 2025 soul sustenence hindi

January 10, 2025

ईश्वर के प्रेम और मदद द्वारा सकारात्मकता का अनुभव करें (भाग 3)

नकारात्मक परिस्थितियों को पार करने में परमात्मा हमारी कैसे मदद करते हैं?

कुछ लोग पूछते हैं कि- “परमात्मा ने मुझे ये समस्याएं क्यों दी? वह दर्शक क्यों बने हुए हैं और इसे सुलझाने में मेरी मदद क्यों नहीं कर रहे?” परमात्मा हमारे परमपिता हैं, और हम उनके बच्चे। उनसे मदद लेना हमारा अधिकार है। लेकिन अक्सर हम पहले परिवार और दोस्तों से अपनी परिस्थितियों की चर्चा करते हैं और भूल जाते हैं कि परमात्मा मदद के लिए बुलाए जाने का इंतजार कर रहे हैं। जबकि उनकी मदद केवल एक विचार की दूरी पर मौजूद है। हममें से कुछ यह उम्मीद करते हैं कि वे खुद ही मदद करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं होता। इसे एक उदाहरण से समझें – मान लीजिए एक बच्चा जिग्सॉ पज़ल को हल कर रहा है, और उसके माता-पिता उसे देख रहे हैं। एक समझदार माता-पिता हस्तक्षेप नहीं करेंगे, भले ही बच्चा किसी पॉइंट पर अटक जाए। वह उम्मीद करेंगे कि बच्चा अधिक ध्यान केंद्रित करे, सोचे, सभी विकल्पों का मूल्यांकन करे और अपनी पूरी कोशिश करे। अगर इसके बाद भी बच्चा हार मान ले और माता-पिता की ओर देखे, तो माता-पिता केवल एक संकेत देंगे, बच्चे को अगला कदम बताएंगे, लेकिन पूरी समस्या का हल नहीं। माता-पिता का प्रेम और ज्ञान बच्चे के लिए शेष पज़ल को हल करने के लिए पर्याप्त होता है। यही वो तरीका है जिससे परमात्मा स्वयं हमारी मदद करते हैं।

 

कहा जाता है कि, जब हम सकारात्मकता और साहस का एक कदम उठाते हैं, तो परमात्मा हमारी ओर हजार कदम बढ़ाते हैं। वह मदद करने को तत्पर रहते हैं, लेकिन केवल तब, जब हम ईमानदारी से प्रयास करें। वे हमारी परिस्थितियों को स्वयं नहीं बदलते। वह हमें ज्ञान, प्रेम और शक्ति के रूप में संकेत देते हैं। हमें इनका उपयोग करके चुनौती को पार करना होता है। इसके लिए उनके साथ एक व्यक्तिगत संबंध स्थापित करना महत्वपूर्ण है। यदि हम निरंतर प्रेमपूर्वक उनसे जुड़े रहते हैं, तो हम हमेशा सकारात्मकता, ज्ञान और शक्ति से भरपूर रहेंगे, जिससे हम हर परिस्थिति को बिना डर और सफलता के साथ पार कर लेंगे। 

28 april 2025 soul sustenance hindi

सफलता के 5 खूबसूरत पहलू (भाग 1)

सफलता के खूबसूरत पहलू – जानिए कैसे सिर्फ बाहरी उपलब्धियों से नहीं, बल्कि अंदरूनी शांति, संतोष और संपूर्णता से मिलती है असली सफलता। बाहरी और अंदरूनी सफलता के बीच सही संतुलन बनाकर जीवन में स्थायी खुशी और स्वास्थ्य पाएं।

Read More »