रिश्तों में कटाक्ष (ताने) देने की आदत से बचें
जब हम भावनात्मक रूप से आहत या दुखी होते हैं, तो हम अक्सर दूसरों को ताने वा कटाक्ष मारते हैं ताकि हम खुद को बेहतर
July 4, 2024
हमारे जीवन में कोई पॉजिटिव इवेंट होना या किसी मील के पत्थर को हासिल करना, सफलता की सही परिभाषा नहीं है। हम अक्सर कहते हैं कि, हमने परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया या हमने कोई डिग्री हासिल कर ली है या हमने किसी गंभीर बीमारी पर काबू पा लिया है या फिर हमने अपने ऑफिस में एक प्रोजेक्ट को सफलता से और समय रहते पूरा कर लिया है। लेकिन ये सब हमारे जीवन में होने वाले बाहरी इवेंट्स हैं। और जब कुछ अच्छा होता है तो हम हम हमेशा से यही सोचते आए हैं कि सफलता बाहर से आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके विपरित; जीवन के हर क्षेत्र में सफलता तब ज्यादा लंबे समय तक रहती है जब आप आंतरिक रूप से शक्तिशाली, संतुष्ट, आनंदित और कुशलता से भरपूर होते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्यूँकि हमारे मन की आंतरिक अवस्था, हमारी बुद्धिमत्ता या विवेक, हमारे व्यक्तित्व की विशेषताएं और हमारा व्यक्तिगत कौशल, जीवन में सफलता लाता है।
कभी-कभी हमारी आंतरिक मानसिक स्थिति बहुत अच्छी होती है लेकिन हमारे अंदर पॉजिटिव स्किल्स और शायद किसी कार्य के लिए जरूरी पर्सनालिटी की कमी होती है, पर इन सब के बाबजूद भी हम उस कार्य में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। ऐसा इसलिए सम्भव हो पाता है क्यूँकि हमारी आंतरिक स्थिति कार्य को बहुत अधिक प्रभावित करती है, चाहे हमने उस कार्य में ज्यादा मेहनत भी न की हो या बहुत अधिक स्किल्स भी न यूज़ की हों। जबकि दूसरी ओर, कभी-कभी हमारे मन की आंतरिक स्थिति सकारात्मक, स्पष्ट और शक्तिशाली नहीं होती या फिर हमारा मन अनावश्यक और नकारात्मक विचारों से भरा हुआ होता है लेकिन फिर भी हम प्रभावशाली होते हुए और बेस्ट इंटेलेक्ट स्किल्स रखते हुए भी; जीवन में किसी विशेष कार्य में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में ये समझना जरूरी है कि, सिर्फ स्किल्स पर्याप्त नहीं होती हैं। इसलिए लंबे समय तक चलने वाली सफलता, इस बात पर निर्भर करती है कि, हम क्या सोचते हैं और हमारे व्यक्तित्व में कितनी पॉजिटिविटी है बजाए इसके कि हमारे पास कितने तरह की स्किल्स हैं और बाहरी तौर पर हम कितने टैलेंटेड हैं।
(कल जारी रहेगा….)
जब हम भावनात्मक रूप से आहत या दुखी होते हैं, तो हम अक्सर दूसरों को ताने वा कटाक्ष मारते हैं ताकि हम खुद को बेहतर
नवरात्रि (3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर) की रस्में हमारी दिव्यता को जगाने के बारे में बहुत कुछ कहती हैं। आइए, नवरात्रि के आध्यात्मिक अर्थ को
हर स्तर पर खुशी का अनुभव तब किया जा सकता है जब हमारा जीवन सुंदर रिश्तों के खजाने से भरपूर हो। आपके सबसे नजदीकी व्यक्ति
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।