जीवन में ईश्वरीय ज्ञान को अपनाने के 5 तरीके

September 12, 2024

जीवन में ईश्वरीय ज्ञान को अपनाने के 5 तरीके

  1. प्रतिदिन परमात्मा द्वारा दिए गए ज्ञान को अपने मन में दोहराएं– प्रतिदिन परमात्मा हमसे  ज्ञान साझा करते हैं, जिसे हम पढ़ते हैं और अपनी डायरी व दिल में लिखते हैं। इसे लिखने के बाद, हम दिन में कई बार इसका अभ्यास करते हैं और हमारा मन इसे बार-बार दोहराता है। फिर हम ज्ञान के प्रत्येक बिंदु को अपने जीवन की हर परिस्थिति में लागू करते हैं और ज्ञान के सागर परमात्मा, के बच्चे मास्टर ज्ञान सागर बन जाते हैं।

 

  1. ईश्वरीय वचनों का चिंतन व मनन करें – जो भी परमात्म वचन आप सुनते हैं, उनका चिंतन करके और अपनी चेतना में एक चित्र के रूप में देखकर, एक सुंदर आकार दें। परमात्मा सर्वोच्च शिक्षक हैं और उनका ज्ञान बहुत ही कीमती और रहस्यों से भरा हुआ है। योग, परमात्मा के ज्ञान को अपनी निजी संपत्ति बनाने का सबसे सुंदर तरीका है।

 

  1. हर कदम पर सकारात्मकता और पवित्रता में परमात्मा का अनुसरण करें- जब हम सकारात्मक मन और पवित्र बुद्धि रखते हैं और हमारे विचार, भावनाएँ, दृष्टिकोण, दृष्टि, वचन और कर्म उस सुंदर चेतना का प्रतिबिंब होते हैं, तब हमारे अंदर परमात्म ज्ञान बढ़ता है। फिर हम जीवन की हर परिस्थिति और अपने संबंधों को ज्ञान की दृष्टि से देखना शुरू करते हैं।

 

  1. ज्ञानरूपी मोतियों को दूसरों के साथ बाँटें- अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों और ऑफिस के सहयोगियों को सबसे अच्छा उपहार जो हम दे सकते हैं, वह है ईश्वरीय ज्ञान और साथ ही इसे अपने अंदर अनुभव करना। आज, लगभग हर आत्मा तनावग्रस्त और दर्द में है। ज्ञान; शांति और सुख की चाभी है, आत्मा के लिए एक प्रकाश है जो आत्माओं को उनके विचारों और व्यक्तित्व को जांचने और बदलने में मदद करता है।

 

  1. दिन के अंत में अपनी प्रगति की जाँच और मूल्यांकन करें- कार्यों से भरे दिन के बाद, दिन का सबसे अच्छा अंत यह है कि हम ज्ञान के दर्पण में अपने दिन की प्रगति की जांच करें और देखें कि क्या दिन भर में कोई गलती हुई है? गलतियाँ; वे विचार, वचन और कर्म होते हैं जो ज्ञान के साथ मेल नहीं खाते। स्वयं का मूल्यांकन करने के बाद, अगले दिन के लिए अपनी गलतियों को सुधारें।

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