कब सहन करें और कब सामना करें

August 16, 2024

कब सहन करें और कब सामना करें

हम सभी अलग-अलग हैं और हम सभी में अलग-अलग तरह के व्यवहार को सहन करने की शक्ति होती है, जैसे कि सामना करने की शक्ति होती है। जब हमारे मूल्यों (आदर्शों) में टकराव होता है, रुचियों में अंतर होता है, विचारों में मतभेद होता है या हमारी अपनी कमजोरियाँ होती हैं, तो कभी-कभी हमें यह समझ नहीं आता कि, हमें उन्हें सहन करना चाहिए या उनका विरोध करना चाहिए अर्थात उनके द्वारा किए गए व्यवहार को स्वीकार करें कि अस्वीकार करें? इसलिए, यह जानना कि कब और कैसे प्रतिक्रिया देनी है, हमें समस्याओं को रोकने या हल करने में सक्षम बनाता है और साथ ही अंदर से मजबूत बनाता है। क्या यह जरूरी है हम उन लोगों का सामना करें जो हमारे साथ गलत व्यवहार करते हैं? क्या कभी-कभी आपको दुर्व्यवहार, भ्रष्टाचार या हिंसा को सहन करना अनिवार्य लगता है? क्या आपका मन यह समझ नहीं पाता कि कौन से व्यवहार को सहन करना है और किसका सामना करना है? हम सभी के अंदर दो शक्तियाँ होती हैं- समाने की शक्ति और सामना करने की शक्ति! चूंकि ये दोनों शक्तियाँ आपस में विपरीत होती हैं, इसलिए हमें यह बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि किस स्थिति में किस शक्ति का उपयोग करना है? हमारे संबंधों में जटिलता आने का एक कारण यह भी है कि हम इन शक्तियों का गलत तरीके से उपयोग कर रहे हैं। अगर हमारे गुणों, विचारों, मूड और दृष्टिकोण में अंतर है, तो हमें लोगों के साथ समायोजन करना चाहिए। समायोजन का मतलब है कि; हम समझते हैं, स्वीकार करते हैं कि लोग हमसे अलग हैं। इसके अलावा, नकारात्मक विचार न बनाएं, उनका सामना न करें और न ही उनसे दूर हों। लेकिन अगर दुर्व्यवहार, शोषण या मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता हो रहा है, तो हमें ऐसे व्यवहारों का सामना करना चाहिए। सामाजिक दबावों के कारण समायोजन करना या सहन करना हमारी ऊर्जा को कम करता है। सही शक्ति का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। जितना अधिक आप इसका अभ्यास करेंगे, उतना ही अधिक इसे समझना और उपयोग करना आसान हो जाएगा। 


याद रखें कि, आप एक समझदार व्यक्ति हैं। हर स्थिति में अपनी आंतरिक शक्तियों का सही तरीके से उपयोग करें। आज आप जिन लोगों से मिलेंगे, वे अपने व्यवहार के अनुसार होंगे। जानें कि कब समायोजन करना है और कब सामना करना है, और अपनी समाने और सामना करने की शक्तियों का सही तरीके से उपयोग करें। हर किसी को उसकी स्थिति में स्थिरता से स्वीकार करें। उन्हें लाभदायक सलाह दें या निर्देश दें, आशीर्वाद दें, लेकिन उनका सामना न करें। विभिन्न व्यक्तित्वों को सहन करने की आपकी शक्ति आपके संबंधों को मजबूत करती है। साथ ही, कुछ परिस्थितियों में, जब आपको लोगों का सामना करना पड़े, तो सामाजिक दबावों, सार्वजनिक स्वीकृति या दायित्वों से ऊपर उठें, और सही काम करें। जब आपको अपनी किसी कमजोरी या गलत आदत के बारे में पता हो, तो उसका सामना करें नाकि उसे समाएं। आप गलत आदतों के साथ रहने का परिणाम जानते हैं। इसलिए इन्हें समाप्त करने या बदलने तक, लगातार इनपर काम करें। सही समय पर सही प्रतिक्रिया देकर आप अपनी आंतरिक शक्तियों को बढ़ाते हैं।

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