March 10, 2025

खुशियों भरे अभिवादन जो मायने रखते हैं

सुप्रभात! आज सुबह, क्या आपने अपने परिवार, दोस्तों और सहयोगियों को सुप्रभात, शुभ संध्या या शुभकामनाएँ दीं? क्या आप लोगों को रोज़ शुभकामनाएँ देते हैं? और जब कोई आपको शुभकामनाएँ देता है, तो आप कैसी प्रतिक्रिया देते हैं? अक्सर हम एक सच्चे मन से कहे गए सुप्रभात की शक्ति को कम आंकते हैं। यह केवल दो औपचारिक शब्द नहीं हैं। क्योंकि जब हम इन्हें शुद्ध और सकारात्मक भावनाओं के साथ कहते हैं, तो यह आशीर्वाद और अच्छे भविष्य की ऊर्जा को संप्रेषित करते हैं। जब कोई हमें शुभकामनाएँ देता है, तो हमें इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, केवल सिर हिलाकर या हल्के से मॉर्निंग कहकर प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए। इसी तरह, हमें फोन पर भी बेमन से औपचारिक शुभकामनाएँ नहीं देनी चाहिए। हमें अपने शब्दों और भावनाओं की ऊर्जा को महसूस करना चाहिए और उसे संपूर्णता से व्यक्त करना चाहिए। इससे प्राप्तकर्ता को हमारे संदेश के साथ-साथ हमारी शुद्ध ऊर्जा भी प्राप्त होती है। सुप्रभात कहना कठिन नहीं है। हमें उम्र, पद या अधिकार के अनुसार इंतजार नहीं करना चाहिए कि दूसरा व्यक्ति पहले शुभकामनाएँ दे। सामने वाला व्यक्ति खुश, उदास या सामान्य मनःस्थिति में हो सकता है, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया से परे, हम उन दो सेकंड का उपयोग कर सकते हैं ताकि हमारी उपस्थिति उनके लिए सकारात्मक अनुभव बने।  

 

हम अक्सर छोटी लेकिन महत्वपूर्ण चीज़ों की शक्ति को अनदेखा कर देते हैं, जैसे कि किसी की आँखों में देख कर बात करना, मुस्कुराना, किसी की प्रशंसा करना या उन्हें प्रेमपूर्वक अभिवादन देना। ऐसे सार्थक कार्य न केवल हमारे दिन को बल्कि सामने वाले के दिन को भी बेहतर बना सकते हैं। जब हम दूसरों को उनके बारे में अच्छा महसूस कराते हैं, तो हमारी अपनी खुशी भी बढ़ती है। आज एक पल निकालकर देखें कि कैसे आपकी सकारात्मक ऊर्जा किसी के दिन को रोशन कर सकती है! हर कोई यह चाहता है कि उसे स्वीकृति मिले और उसे सुना जाए। कभी-कभी लोगों को आपसे सिर्फ यही चाहिए होता है। अपने शब्दों और कर्मों के माध्यम से उन्हें यह महसूस कराएँ कि वे मायने रखते हैं। ध्यान दें, कि जब आप गेट पर खड़े सुरक्षा गार्ड को अभिवादन करते हैं, किसी अनजान व्यक्ति के लिए दरवाज़ा खोलते हैं या अपने परिवार के किसी सदस्य को धन्यवाद देते हैं, तो आपको कैसा महसूस होता है। जब आप किसी के साथ समय बिताते हैं, तो आप उनकी महत्ता और मूल्य को समझते हैं। दया और प्रेम से भरे छोटे-छोटे कार्य आपको उस आनंद से भर देंगे, जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।

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