क्षमाभाव का संसार क्रिएट करें (भाग 2)

February 21, 2024

क्षमाभाव का संसार क्रिएट करें (भाग 2)

हम सभी इस बात को अच्छी से समझते हैं कि, दूसरों को क्षमा करना माना अपने क्रोध के संस्कार पर हीलिंग बाम लगाना। लेकिन क्षमा करने के लिए सबसे पहली और महत्वपूर्ण शक्ति है- फुल स्टॉप लगाना। हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है- विपरित परिस्थितियों में अपनी कठोर भावनाओं पर फुल स्टॉप लगाना। और इसके लिए जरूरी है कि- हम हर घंटे में एक मिनट के लिए अपने इमोशंस को नियंत्रित करें और ये हमारी भावनाओं की उमड़ती हुई नदी पर, एक बांध बनाने के समान है। ये कार्य मुश्किल है क्योंकि प्रतिदिन हम अलग-अलग व्यक्तित्व के लोगों के संबंध संपर्क में आते हैं और अपने कार्यों में व्यस्त होने के कारण, हमारे विचारों की संख्या बहुत अधिक बढ़ जाती है। और अगर बीते हुए एक घंटे के अंदर, किसी के साथ टकराव के चलते हमारे विचार और कार्य नेगेटिव हो जाते हैं, तो ऐसे में स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती है। इसलिए जरूरी है कि- मेडिटेशन के द्वारा, हर घंटे में सिर्फ एक मिनट के लिए, अपने मन को शांति से भरपूर करें; ये दूसरों को आसानी से क्षमा करने की दिशा में हमारा पहला कदम होगा। आइए, ऐसे ही कुछ विचारों को जानते हैं, जिन्हें क्रिएट करके आप क्षमाभाव को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बना सकते हैं। जैसे कि: मैं एक शांतस्वरूप आत्मा हूँ, भृकुटी के मध्य चमकता हुआ एक गोल्डन सितारा। मैं शांति की किरणों को अपने चारों ओर फैलाता हूँ। मैं शांति के सागर परमपिता की संतान हूँ। मेरे परिवार और कार्य क्षेत्र के सभी सदस्य और पूरे विश्व की आत्माएं, उस शांति के सागर की संतान हैं। शांति हमारा ओरिजिनल नेचर है। हम सभी को साथ में मिलकर अपने घर, कार्य क्षेत्र और पूरे विश्व में शांति का वातावरण बनाना है, जिससे हम एक ऐसे संसार की रचना कर सकें, जहां क्षमा करना सभी का ओरिजिनल संस्कार बन जाए।

 

इस तरह से, प्रतिदिन (एक मिनट) शांति की शक्ति अपने अंदर भरना हमारे लिए बहुत कीमती साबित होगा। ये 15 मिनट उन ईंटों  की तरह है जो आपके मन में बन रहे बांध को बनाने में सहायक साबित होंगे, जिससे आप अपने मन में चल रही कठोर भावनाओं को चेक कर सकते हैं। सच्चे दिल से इसे एक महीने के लिए प्रैक्टिस करें और खुद को बदलने के लिए दृढ़ निश्चय रखें। ये पीस ब्रिक एक्सरसाइज न सिर्फ आपकी भावनाओं को नियंत्रित करेगी, बल्कि आपके अंदर उठ रहे भावनाओं के समंदर को भी कम करेगी। साथ ही, ऐसा करने से भावनाओं के पीछे के स्रोत, जोकि आपके अंदर के क्रोध के संस्कार को बदल कर क्षमाभाव के संस्कार में परिवर्तित करने में भी मदद करेगा, क्योंकि शांति के विचार न सिर्फ हमारे मन को शांति से भरते हैं बल्कि धीरे-धीरे शांति ही हमारा ओरिजिनल संस्कार बन जाती है।

(कल जारी रहेगा)

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