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January 7, 2025
आदर और सम्मान; हमारी आम धारणा के विपरीत अलग-अलग होते हैं। आदर; बाहरी शिष्टाचार और प्रोटोकॉल है, जो लोगों की भूमिकाओं और पदों के लिए दिया जाता है। जबकि सम्मान, किसी दूसरे व्यक्ति के लिए हमारी आंतरिक भावना और ऊर्जा है। आदर बदल सकता है, लेकिन सम्मान सभी के लिए एक समान होना चाहिए। आपके लिए लोगों का सम्मान करने और उन्हें आदर देने के क्या मापदंड हैं? आप उनसे कैसा व्यवहार करते हैं, जो उम्र, पद या उपलब्धियों में आपसे छोटे हैं? क्या आप मानते हैं कि आदर और सम्मान एक हैं? समाज में लोगों की भूमिकाएं और पद अलग-अलग होते हैं। हम भूमिकाओं को ऊंचा और नीचा मानते आए हैं। हमने आदर और सम्मान को एक कर दिया है। सम्मान एक भावना है जो व्यक्ति के लिए होती है। आदर बाहरी रूप से लोगों की उपलब्धियों, उनकी भूमिकाओं और उनकी संपत्ति के लिए होता है। बाहरी रूप से, हमें शिष्टाचार और प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए, जो लोगों की भूमिकाओं पर निर्भर हो सकता है। इसलिए, आदर व्यक्ति की भूमिका या पद के लिए है। जबकि सम्मान व्यक्ति के लिए, उसके अस्तित्व के लिए होता है। हम सभी आंतरिक रूप से पवित्र, सुंदर और समान आत्माएं हैं, इसलिए हमारा सम्मान एक दो के लिए बदलना नहीं चाहिए। हर व्यक्ति को एक जैसा सम्मान दिया जाना चाहिए। अच्छे विचार क्रिएट करें, अच्छी बातें करें और लोगों के साथ शालीनता से पेश आएं। ऐसा करके आप सभी के लिए सम्मान की ऊर्जा रेडीएट करते हैं। आपका आदर, उनके पास जो है उस पर आधारित हो सकता है, लेकिन आपका सम्मान उनके लिए नहीं बदलना चाहिए।
सम्मान, आपके रिश्तों की नींव है। इसलिए सम्मान और आदर को अलग करें। व्यक्ति के होने के लिए सम्मान दें और उनके कार्यों के लिए उन्हें आदर दें। लोगों की उम्र, शिक्षा, उपलब्धियों, धन, भूमिकाओं या पदों के लिए आदर बढ़ाएं। लेकिन आदर को सम्मान के बराबर न समझें। आपका सम्मान लोगों की भूमिका के अनुसार नहीं बदलना चाहिए। विचारों में भिन्नता भले हो, फिर भी आप उनका सम्मान करें। स्वयं का सम्मान करें और सब को सम्मान दें। हर व्यक्ति का उनके गुणों और स्वभाव के लिए सम्मान करें। आपकी हर बातचीत उस व्यक्ति के लिए एक शुद्ध भावना से शुरू होनी चाहिए। किसी से मिलने से पहले, उनके लिए एक विचार बनाएं जैसेकि “सुंदर आत्मा” या “शांतपूर्ण व्यक्ति” और फिर उनसे बात करें। हर किसी का सम्मान करें, उनके व्यवहार पर सवाल किए बिना उन्हें स्वीकार करें। उनकी भूमिका से पहले वे जो हैं, जैसे हैं उनसे जुड़ें। प्रामाणिक सम्मान की नींव बनाएं। आपके विचारों, शब्दों और व्यवहार की ऊर्जा हर किसी के लिए एक जैसी होनी चाहिए। और साथ ही, आपका सम्मान सभी के लिए समान होना चाहिए।
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