गणेश चतुर्थी की दिव्यता और आध्यात्मिकता (भाग 2)
श्री गणेश का बड़ा पेट, धारण करने की शक्ति का प्रतीक है। हमें दूसरों के सामने लोगों की कमजोरियों या गलतियों की चर्चा नहीं करनी
September 11, 2023
परमात्मा हमारे सबसे करीबी और जन्म-जन्मांतर के सबसे प्रिय साथी हैं। लेकिन हम उनके दिल में जगह तभी बना सकते हैं, जब हमारा मन साफ, स्वच्छ और ईमानदार हो, हम वैसे ही बने जैसा वो चाहता है, फिर बदले में हम उनका अगाध प्रेम, उनके दिल में जगह बनाते हैं और वह हमें गहरे प्यार और सम्मान के साथ देखता है। लेकिन इसके बावजूद जब भी हम उनको भूलकर कुछ भी सोचते हैं, बोलते हैं और कर्म करते हैं, तो कभी-कभी हम गलत दिशा में चले जाते हैं और नकारात्मक कार्य करने लगते हैं। एक गलत कार्य हमें उनसे दूर कर देता है और हमारे जीवन में दुःखों का कारण भी बनता है, क्योंकि हम “लॉ ऑफ कर्मा” के विरुद्ध जाते हैं और उस समय परमात्मा का सुंदर आशीर्वाद प्राप्त नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा, ईमानदारी और पवित्रता के बिना किए गए कार्य हमें अपना आत्म-सम्मान, दूसरों का सम्मान और सबसे महत्वपूर्ण रूप से सर्वोच्च परमात्मा के सम्मान का पात्र बनने नहीं देते हैं। उनका प्यार प्राप्त करना और दिल जीतना इस बात पर निर्भर करता है कि, हम दूसरों को कितनी ख़ुशी देते हैं, क्योंकि परमात्मा अपने सभी आत्मा बच्चों से असीम प्यार करते हैं और जो हमेशा दूसरों से प्यार करते हैं, वे कभी भी उनके बारे में नकारात्मक सोच और बोल नहीं रखते हैं नाहि उनके साथ नकारात्मक व्यवहार करके उन्हें दुःख नहीं देते हैं।
हम सभी अपने दिन की शुरुआत, उनके प्रेम को अपने दिल में आत्मसात करने के साथ साथ एलर्ट होकर करते हैं कि, आने वाले पूरे दिन में हम उनके द्वारा दी गईं शिक्षाओं का सम्मान करें और केवल वही करें जो वह हमें करने की सलाह देते हैं। अगर हमारे द्वारा उठाया गया कोई भी कदम उन्हें पसंद नहीं है, तो उसे पूरी सतर्कता के साथ सावधानीपूर्वक चेक करना चाहिए और यदि कोई गलती हो जाती है, तो हमें तुरंत खुद को सुधारते हुए नए सिरे से शुरुआत करनी चाहिए। जितना अधिक हम इसे दृढ़ संकल्प और सहजता से कर पाते हैं, उतना ही हमारा जीवन दोषमुक्त और समस्यामुक्त होता है, क्योंकि हमारे जीवन में जिन समस्याओं का सामना हम करते हैं, उनमें से कई हमारे विचारों, बोल और कार्यों में की गई गलतियों का परिणाम होते हैं। इसके साथ ही, एक और पहलू जो हमें परमात्मा के करीब लाता है और हम उनके दिल में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाते हैं, वह है हर कार्य में उन्हें याद करना और उनके द्वारा दिए गए आध्यात्मिक ज्ञान को अपने हर विचार, बोल और कार्य में लागू करना। इसके अलावा, हम दिन में मिलने वाले प्रत्येक व्यक्ति के साथ उनके द्वारा दिए गए विवेक, गुणों और शक्तियों को साझा करके उन्हें भी परमात्मा के करीब लाते हैं, और ऐसा करके हम उनके दिल में एक महत्वपूर्ण स्थान बना पाने के लिए प्रेरित होते हैं।
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अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
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