नेगेटिव सिचुएशन्स को तीन स्टेप्स में रिज़ॉल्व करें (भाग 2)
नौकरी की असुरक्षा आत्मसम्मान और सेहत पर असर डालती है। जानें तनाव प्रबंधन, सकारात्मक सोच, और नई नौकरी पाने के आसान तरीके।
December 14, 2023
हम सभी ने अपने कुछ संबंधों में भावनात्मक रूप से किसी न किसी पर खुद की निर्भरता को महसूस किया होगा। हम अपना अधिकतर समय दूसरों की जरूरतों, मान्यताओं और भावनाओं के बारे में सोचते हुए बिता देते हैं और इसके कारण हम स्वयं की प्राथमिकताओं को महत्व न देकर उन्हें किनारे कर देते हैं। इतना ही नहीं हम अपने इमोशन्स और हम से जुड़े निर्णय लेने का अधिकार भी उन्हें दे देते हैं। हम इस बात पर भी निर्भर हो जाते हैं कि – वे हमें हमेशा प्यार दें और और ऐसा करना हम दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। क्या आपने कभी यह महसूस किया है कि – आपका मन किसी पर भावनात्मकरूप से निर्भर है? और क्या आप उनके व्यवहार में थोड़ा सा भी परिवर्तन देख स्वयं को परेशान पाते हैं? इस तरह की हमारी भावनात्मक निर्भरता बहुत ही खतरनाक हो सकती है और ये एक तरह के गहरे एडिक्शन में भी बदल सकती है। जब भी हमारा मन किसी के व्यवहार से अटेच्ड हो जाता है, तब हम ये चाहते हैं कि वह व्यक्ति हमारे अनुसार चले। इसके चलते हम हमेशा उनके प्यार, उनकी प्रेजेंस, राय और अप्रूवल की इच्छा रखते हैं और अगर ऐसा न हो तो हम इनसिक्योर महसूस करते हैं। पर यहां हमें यह ध्यान रखने की आवश्कता है कि- हमारा सत्य है कि हम सभी भावनात्मक रूप से बहुत शक्तिशाली हैं। हमें किसी से कुछ भी नहीं चाहिए। हमें लोगों के साथ सदा एक जैसा ही रहना चाहिए, नाकि जब वे हमें भावनात्मक आराम देते हैं। हमें हमेशा यह याद रखना चाहिए कि – सच्चा प्यार किसी को बांधता नहीं है, बल्कि उन्हें स्वतंत्र करता है। हमारी इस तरह की निर्भरता से हमारे साथ-साथ वे भी घुटन महसूस करते हैं। इसके लिए स्वयं को रिमाइंड कराएं- मेरे संबंध इमोशनल इनडिपेन्डेन्स और प्यार की मज़बूत नींव पर खड़े हैं।
स्वयं के साथ कुछ समय बिताएं और विचार करें कि, हम किस तरह से लोगों से भावनात्मक रूप से स्वतंत्र हो सकते हैं? इसके लिए स्वयं पर ध्यान देने और अपनी जरूरतों को समझने की अवश्यकता है। इससे आपका सेल्फ-एस्टीम बढ़ेगा और आपकी अटेचमेंन्टस और निर्भरता भी कम होती जाएगी। स्वयं को याद दिलाएं, मैं एक शक्तिशाली आत्मा हूँ। मैं भावनात्मक रूप से इस सोच के लिए कि, मैं क्या चाहता हूं और उसे कैसे प्राप्त कर सकता हूं, से स्वतंत्र हूं। कोई भी मेरे इनर वर्ड को प्रभावित नहीं कर सकता है।
नौकरी की असुरक्षा आत्मसम्मान और सेहत पर असर डालती है। जानें तनाव प्रबंधन, सकारात्मक सोच, और नई नौकरी पाने के आसान तरीके।
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