गणेश चतुर्थी की दिव्यता और आध्यात्मिकता (भाग 2)
श्री गणेश का बड़ा पेट, धारण करने की शक्ति का प्रतीक है। हमें दूसरों के सामने लोगों की कमजोरियों या गलतियों की चर्चा नहीं करनी
April 28, 2024
हम सभी के डेली रूटीन के लिए, एक बहुत अच्छा अभ्यास है; अपने मन को स्पिरीचुअल एनर्जी के शांतिपूर्ण स्रोत के साथ जोड़ना। और हमारे परमात्मा एक ऐसे ही स्रोत हैं, उनका कोई भौतिक स्वरूप नहीं है। वे आध्यात्मिक प्रकाश बिंदु हैं जो इन भौतिक आँखों से अदृश्य हैं परंतु उन्हें मन की आंखों द्वारा अनुभव किया जा सकता है। इसलिए, पूरे दिन में एक नियमित अंतराल पर, शांति और शक्ति जैसे आध्यात्मिक गुणों से भरपूर प्रकाश की इस सत्ता से जुड़ने से हमारे मन को शांत होने में मदद मिलती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जैसे ही हम इस सर्वोच्च ऊर्जा से जुड़ते हैं, उनकी आध्यात्मिक ऊर्जा हमारे मन में प्रवेश करने लगती है। जिसके कारण हमारे इस फिजिकल शरीर, जीवन और इसमें हमारे रोल से संबंधित जो विचार हैं, वो कम होने लगते हैं और हम शांत और रिलैक्स्ड हो जाते हैं। इस तरह का मौन केवल फिजिकल लेवल का नहीं होता बल्कि इसे मन का मौन कहा जाता है, जिसमें आप शारीरिक रूप से कुछ नहीं करते और न ही बात करते हैं। याद रखें, कि सचमुच का मौन माना केवल सकारात्मक और जरूरी विचारों का होना नाकि कोई अनावश्यक और नकारात्मक विचारों का होना।
इसके साथ ही, आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रकाश के बिंदु; परमपिता परमात्मा को याद करने की यह तकनीक हमें अधिक से अधिक शक्तिशाली भी बनाती है। केवल वही विचार क्रिएट करने की क्षमता जो जीवन की किसी भी कठिन परिस्थिति में आवश्यक हो, कुछ लोगों के लिए कभी-कभी कठिन हो जाती है। क्योंकि जिस क्षण हम कठिन परिस्थितियों का सामना करते हैं, हमारे मन में कई तरह के विचार आते हैं जो स्थिति से संबंधित होते हैं लेकिन प्रकृति में नकारात्मक और अनावश्यक होते हैं। मैं इसे कैसे रोकूँ और आध्यात्मिक शक्ति क्या है? आध्यात्मिक शक्ति का अर्थ है केवल उन विचारों का निर्माण करना जो सकारात्मक हों और किसी भी स्थिति में आवश्यक हों। इससे मन में शांति आती है। इसलिए शांति और शक्ति के साथ-साथ आनंद और प्रेम भी, जो कि परमपिता से प्राप्त होता है, हमें न केवल हल्का रखता है, बल्कि संतुष्टि से भी भरपूर रखता है, जो कि हम सभी का मूल स्वभाव है।
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अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
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