May 1, 2025

निःस्वार्थ और शुद्ध प्रेम का वास्तविक अर्थ क्या है?

शुरुआत में, जब हम सभी आत्माएँ आत्माओं की दुनिया से अपने भौतिक शरीरों के माध्यम से भूमिकाएं निभाने पृथ्वी पर आती हैं तो हम सभी गुणों में सुंदर और चरित्र में प्यारे होते हैं। और इस यात्रा में हमारा प्रेम स्वाभाविक रूप से सभी आत्माओं के लिए समान भाव से अभिव्यक्त होता है, बिल्कुल परमात्मा के निस्वार्थ प्रेम की तरह, इस दुनिया की हर आत्मा के लिए निरंतर बिना किसी चाहना के। लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ जैसे-जैसे हम इस ड्रामा चक्र में कई जन्मों के अनुभवों से गुजरते हैं, तो हमारा प्यार दूसरों को स्वीकार करने के बजाय उनसे अपेक्षा करने में बदल जाता है। हमें दुःख होता है क्योंकि, हम आसक्त होते हैं। हमें दर्द का एहसास होता है क्योंकि, हम चाहनाएं रखते हैं। हम परेशान होते हैं क्योंकि, दूसरा व्यक्ति हमारे अनुसार नहीं है। हमें लगता है वह हमारा है तो हम उस पर अधिकार जताने की कोशिश करते हैं और उस पर हावी होना चाहते हैं। आइए जानें कि, निस्वार्थ प्रेम का सही मतलब क्या है –

  1.   ऐसा प्रेम असीमित होता है, जिसकी न कोई सीमा होती है और न ही कोई शर्त या अपेक्षा।
  1. ऐसा प्यार जो दूसरे की कमज़ोरियाँ नहीं देखता बल्कि उनके गुणों से प्यार करता है।
  1. ऐसा प्यार जो आनंदमय हो, मजबूत हो और जिसमें डर और असुरक्षा की भावना न हो।
  1. ऐसा प्यार जो दूसरे व्यक्ति के अनुसार स्वयं को ढालता है और त्याग करने के लिए तैयार रहता है।
  1. ऐसा प्रेम जो परमात्मा के प्रेम की अनुभूति कराए और मानवीय संबंधों में उसकी मधुरता तथा उदारता को प्रकट करे।
22 May 2025 soul sustenance Hindi

सत्यता हमारे मौलिक गुणों में से एक है। जानिए कैसे झूठ से दूर रहकर, ईमानदारी और सच्चाई से भरा जीवन जी सकते हैं – शक्ति, शांति और सरलता के साथ।

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काम और ज़िम्मेदारियों के बीच बच्चों को समय न दे पाने का अपराधबोध सताता है? चिंता न करें। आपके विचार और भावनाएं ही बच्चों पर गहरा असर डालती हैं। शक्तिशाली सोच, आध्यात्मिकता और स्थिर ऊर्जा से न केवल आपका अपराधबोध कम होगा, बल्कि बच्चों के साथ संबंध भी सशक्त होंगे।

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How To Raise Your Standard Of Living BK Shivani

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Prioritizing value-based education, we can create a society of well-rounded individuals. These individuals will not only excel in their careers but also contribute positively to their communities, leading a life that’s truly rich in every sense.

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