
क्या सोशल मीडिया पर लाइक करना मायने रखता है?
क्या सोशल मीडिया पर मिलने वाले लाइक्स और कमेंट्स आपकी पहचान तय करते हैं? जानें कि कैसे पब्लिक ओपीनियन से खुद को आज़ाद करें और डिजिटल लाइफ को बैलेंस में रखें।
December 18, 2024
जब भी आप किसी रिश्ते में खुशी का अनुभव करना चाहते हैं, तो पूरे दिल से प्यार करना सीखें। यह बात अक्सर सुनने को मिलती है, लेकिन इसका मतलब है बिना किसी सीमा और बिना किसी शर्तों के प्यार करना अर्थात बिना यह सोचे कि दूसरा व्यक्ति मेरे साथ कैसा होना चाहिए। दूसरे शब्दों में, हम अपने मन में दूसरे व्यक्ति के स्वभाव, सोच, बोल और व्यवहार की इतनी तय छवि बना लेते हैं कि हम उन्हें खुद को स्वाभाविक रूप से व्यक्त करने ही नहीं देते। ऐसा इस हद तक हो सकता है कि दूसरा व्यक्ति खुलकर बोलना या व्यवहार करना ही बंद कर दे। उनका असल रूप कहीं खो जाता है। कभी-कभी उनका व्यक्तित्व ऐसा खोल बना लेता है जो हमने तैयार किया होता है और कई बार वे जीवनभर उस खोल से बाहर नहीं निकल पाते। इसका मतलब है कि वह व्यक्ति हमारी इच्छानुसार कठपुतली बन जाता है और हमारी हर मांग को पूरा करता है, बिना सोचे समझे कि इसमें उसका खुद का अस्तित्व कहीं खो रहा है। इस स्थिति के लिए जिम्मेदार कौन है? हम हैं। हम अपने व्यक्तित्व के आधार पर दूसरे व्यक्ति को ढालते हैं। यह एक नकारात्मक कर्म है जिसके लिए हम जिम्मेवार बन जाते हैं। इसे ही सशर्त प्यार कहते हैं।
दूसरी ओर, बिना शर्त प्यार वह है जिसमें आप चाहते हैं कि जिसे आप प्यार करते हैं, वह अपनी स्वाभाविक पहचान बनाए रखे, अपने यथार्थ रूप को कायम रखे। वह अपने अलग व्यक्तित्व, विशेष हिम्मत, क्षमताओं और गुणों के साथ आपके जीवन का हिस्सा हो। ऐसा तब होता है जब उनके ये गुण और क्षमताएं, आपकी शक्ति के साथ मिलकर एक सुंदर जोड़ी बनाते हैं। साथ ही, आप अपने गुणों पर भी ध्यान देते हैं और उन्हें कर्म में यूज़ करते हैं। यही सच्चा प्यार है। जब इस तरह का प्यार जीवन में उतारा जाता है, तो यह खुशियों से भरे रिश्ते की मजबूत नींव बन जाता है। ऐसे रिश्ते में दो लोग एक-दूसरे की प्यारभरी संगति का आनंद लेते हैं, लेकिन एक-दूसरे की व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप किए बिना।
(कल जारी रहेगा…)
क्या सोशल मीडिया पर मिलने वाले लाइक्स और कमेंट्स आपकी पहचान तय करते हैं? जानें कि कैसे पब्लिक ओपीनियन से खुद को आज़ाद करें और डिजिटल लाइफ को बैलेंस में रखें।
“क्या आप सच में अपने जीवन से संतुष्ट हैं? जानिए आत्मसंतुष्टि के 6 गहरे आयाम – स्वयं, रिश्ते, परमात्मा और जीवन के प्रति सही दृष्टिकोण अपनाकर अपने भीतर स्थायी खुशी और संतोष कैसे पाएं!”
“क्या आप हमेशा ‘मैं बहुत बिजी हूं’ कहते हैं? यह आदत आपकी कार्यक्षमता और खुशी को कैसे प्रभावित करती है, जानें। आइए, बिजी से ईज़ी बनने का मंत्र अपनाएं और समय की कमी से मुक्त होकर जीवन का आनंद लें!”
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।