परमात्मा कैसे इस विश्व को प्योर बनाते हैं? (भाग 1)

July 9, 2024

परमात्मा कैसे इस विश्व को प्योर बनाते हैं? (भाग 1)

हम सभी 8 अरब व्यक्तियों और बड़ी संख्या में जानवरों, पक्षियों और अन्य जीवों की विभिन्न प्रजातियों की दुनिया में रह रहे हैं। इसके अलावा, दुनिया भौतिक प्रकृति से बनी है जिसमें पाँच तत्व शामिल हैं- पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और अंतरिक्ष। जैसा कि परमात्मा ने बताया है कि वर्ल्ड ड्रामा का यह नियम है कि परमात्मा के साथ-साथ, मनुष्य सहित दुनिया की सभी प्रजातियों की सभी आत्माएं और उनका फिजिकल नेचर शाश्वत है और इन तीनों से जुड़ा 5000 वर्षों का यह वर्ल्ड ड्रामा इस पृथ्वी ग्रह पर बार-बार दोहराया जाता है। इस वर्ल्ड ड्रामा में सभी आत्माओं की, अलग-अलग जन्मों में भूमिकाएँ निश्चित हैं। वे इन भूमिकाओं को बार-बार निभाते हैं क्योंकि यह वर्ल्ड ड्रामा निरंतर स्वयं को दोहराता है। इस वर्ल्ड ड्रामा के आदि यानि कि शुरुआत में सभी आत्मायें पवित्र हैं। वे जन्म और पुनर्जन्म की इस यात्रा में पार्ट बजाते बजाते पहले प्योर से इंप्योर बनती हैं और फिर वर्ल्ड ड्रामा के अंत में परमात्मा की मदद द्वारा इंप्योर से प्योर बनती हैं। 

 

इस वर्ल्ड ड्रामा में, हमारे सर्वोच्च परमात्मा की ऊर्जा सबसे प्रभावशाली और शक्तिशाली ऊर्जा है। उसके बाद मनुष्य आत्माओं की आध्यात्मिक ऊर्जा; दूसरी सबसे प्रभावशाली और शक्तिशाली ऊर्जा है। इसके बाद, इस संसार में पाए जाने वाले विभिन्न प्रजातियों के अन्य प्राणियों की आत्माओं की ऊर्जा है। देखा जाए तो यह एक हायरारिकी (पदानुक्रम) की तरह है- जिसमें परमात्मा शीर्ष पर हैं, उनके नीचे मनुष्य आत्माएं हैं फिर उनके नीचे विभिन्न जीवित प्राणियों की लाखों प्रजातियों (स्पेशीज) की आत्माएं हैं और इसके सबसे निचले भाग में पांच तत्वों की भौतिक प्रकृति है। तत्व, जिसमें पेड़-पौधों के साथ-साथ भूमि, समुद्र, नदियाँ, पहाड़ आदि भी शामिल हैं, जिनमें आत्मा नहीं होती है।

(कल जारी रहेगा…)

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