परफेक्ट रिलेशनशिप के लिए आपसी मुद्दों को सुलझाएं

March 4, 2024

परफेक्ट रिलेशनशिप के लिए आपसी मुद्दों को सुलझाएं

एक बेहतर संबंध वो नहीं होता, जहां आप कभी क्रोध न करें, उदास न हों या इरिटेटेड फील न करें, बल्कि ये इस बात पर निर्भर करता है कि- कितनी जल्दी आप अपने इश्यूज को सुलझाते हैं और वापस नॉर्मल हो जाते हैं।

 

अक्सर हम सभी अपने किसी कॉन्फ्लिक्ट के बाद या किसी के द्वारा मिले धोखे की वजह से हर्ट फील करते हैं और खुद को नीचा महसूस करने लगते हैं, और ऐसा हम कई घंटों, महीनों और कभी-कभी तो सालों तक करते रहते हैं। क्योंकि हमें अपना नाराज होना भी जायज लगता है। हमें लगता है कि, ये उनकी गलतियों की वजह से हुआ है और कभी-कभी तो हम ऐसा भी महसूस करने लगते हैं कि, चीजें अब पहले जैसी नहीं हो पाएंगी। लेकिन असल में हम इस सच्चाई से बहुत दूर होते हैं कि- चाहे कुछ भी हुआ हो, हमारा सिर्फ एक सही विचार सब कुछ ठीक कर सकता है और हम पहले की तरह नॉर्मल हो सकते हैं। तो जब हमारा मन हमसे प्रश्न पूछे, तो उस समय हमें उसे जवाब देने होंगे। आइए नीचे दिए गए उदाहरण द्वारा समझते हैं। 

 

  1. मैं क्यों करूं, उनकी गलती थी? क्योंकि मेरे संबंध मेरी इगो से ज्यादा महत्व रखते हैं। 2. इतनी जल्दी नहीं मानना है, कम से कम वे अपनी गलती तो महसूस करें? क्योंकि हर बीतता हुआ पल मुझे और उन्हें दर्द दे रहा है और हमारे संबंधो को कमज़ोर कर रहा है। 3. अगर मैं अपनी तरफ से पहल करता हूँ तो क्या मैं कमज़ोर माना जाऊँगा? नहीं क्योंकि, क्षमा करना, भूल जाना और जीवन में आगे बढ़ना हमारी ताकत है, और यह ताकत मुझे खुद को और उनको भी देनी है। 4. अगर मैं नॉर्मल हो जाता हूँ तो क्या वे भी पहले जैसे हो जाएंगे? हो सकता है कि उन्हें थोड़ा समय लगे, लेकिन मेरे नॉर्मल होने से प्रोसेस शुरू हो जाएगा और बहुत जल्द वे भी नॉर्मल हो जाएंगे। 5. क्या मुझे टेकन फॉर ग्रांटेड लिया जाएगा या कम आंका जाएगा? अगर लोग मेरे प्यार और केयर को ऐसा मानेंगे तो ये मेरा भाग्य है। परंतु मेरे पास उन्हें समझाने का कारण है कि, मैं हमेशा उनसे प्यार करता हूँ।

 

ऐसे ही कई प्रश्न हो सकते हैं, पर हमारे पास हर प्रश्न के जवाब होने चाहिए, अगर हमारे लिए हमारे संबंध ही हमारी प्राथमिकता हैं, उनकी और हमारी खुशियां; क्या सही या क्या गलत था, उससे ज्यादा मायने रखती हैं।

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